नई दिल्ली,19 सितम्बर। भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने 259 दिन बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की। कोहली का पिछला टेस्ट मैच जनवरी 2024 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में खेला गया था। इसके बाद, कोहली ने पारिवारिक कारणों से खेल से कुछ समय के लिए ब्रेक लिया था, जिससे उनकी टेस्ट क्रिकेट में वापसी को लेकर उत्सुकता बढ़ गई थी।
विराट कोहली की इस वापसी का भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों ने बेसब्री से इंतजार किया। 2024 में उनकी टेस्ट क्रिकेट से अनुपस्थिति के पीछे निजी कारण थे, जिसमें उनके परिवार को समय देना प्रमुख था। कोहली हमेशा अपने खेल के प्रति समर्पित रहे हैं, लेकिन यह ब्रेक उनके लिए मानसिक और शारीरिक रूप से ताजगी लाने वाला साबित हुआ।
केपटाउन टेस्ट के बाद से कोहली ने सीमित ओवरों के खेल में अपनी फॉर्म को बरकरार रखा था, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनकी वापसी एक महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा था। कोहली के प्रशंसकों और भारतीय टीम के लिए उनका अनुभव और धैर्य टेस्ट प्रारूप में बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर जब भारत प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सीरीज की ओर अग्रसर है।
टेस्ट क्रिकेट में कोहली की वापसी को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं कि क्या वह उसी जोश और लय के साथ मैदान में उतरेंगे जैसा कि उन्होंने पहले दिखाया था। कोहली के लिए यह वापसी व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण थी। टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रभावशाली रिकॉर्ड, खासकर कठिन पिचों पर उनकी क्षमता, भारतीय टीम के लिए अमूल्य है।
जैसे ही विराट कोहली 259 दिनों के लंबे अंतराल के बाद टेस्ट क्रिकेट में उतरे, उन्होंने एक बार फिर साबित किया कि उनकी प्रतिबद्धता और खेल के प्रति समर्पण में कोई कमी नहीं है। उनकी यह वापसी भारतीय क्रिकेट को नई ऊर्जा दे सकती है, और आने वाले मैचों में कोहली का प्रदर्शन भारतीय टीम की सफलता के लिए निर्णायक हो सकता है।