उत्तर प्रदेश,19 सितम्बर। उत्तर प्रदेश में आयोजित NEET UG 2024 की प्रथम चरण की काउंसलिंग के दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें कुछ छात्रों पर धर्म परिवर्तन कर मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने का आरोप लगा है। यह घटना उस समय उजागर हुई जब काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान कुछ छात्रों के दस्तावेज़ों की जाँच की गई और अनियमितताएँ पाई गईं।
जानकारी के मुताबिक, आरोप है कि कुछ छात्रों ने काउंसलिंग प्रक्रिया में विशेष आरक्षण श्रेणी का लाभ उठाने के लिए अपनी धर्म से संबंधित जानकारी में परिवर्तन किया था। इसका उद्देश्य था कि वे उन श्रेणियों में आ सकें, जिनमें कम प्रतिस्पर्धा होती है और जहाँ आरक्षण की सुविधा मिलती है।
इस पूरे मामले की जानकारी मिलने पर संबंधित अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए काउंसलिंग प्रक्रिया को स्थगित कर दिया और मामले की गहराई से जाँच शुरू कर दी। प्रारंभिक जाँच में पता चला कि कुछ छात्रों ने अपने दस्तावेज़ों में हेरफेर कर धर्म परिवर्तन का प्रमाण प्रस्तुत किया था, ताकि उन्हें आरक्षित सीटों का लाभ मिल सके।
मामला सामने आने के बाद यूपी NEET UG काउंसलिंग प्राधिकरण ने कहा है कि दोषी पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया में और अधिक कड़े उपाय अपनाए जाएंगे।
प्रशासन ने यह भी कहा है कि छात्रों के दस्तावेज़ों की अधिक गहनता से जाँच की जाएगी और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित छात्रों का प्रवेश रद्द किया जाएगा। इसके अलावा, अगर किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि की पुष्टि होती है, तो संबंधित छात्रों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
इस मामले ने मेडिकल प्रवेश प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले से कैसे निपटता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कौन से उपाय अपनाए जाते हैं।