नई दिल्ली । 27 अप्रैल 25। पर्यावरण संरक्षण की ज़िम्मेदारी को सामाजिक भागादीरी के साथ जोड़ने की अपनी परंपरा को जारी रखते हुए, के.जे. राव (पूर्व सचिव, भारत निर्वाचन आयोग), अनिल गुप्ता और श्रीनिवास कोटनी द्वारा स्थापित राष्ट्रीय स्तर की संस्था भारतीयम ने दिल्ली के आईटीओ छठ घाट पर “मेरी दिल्ली मेरा कर्तव्य – यमुना स्वच्छ्ता अभियान” का आयोजन किया। रविवार की सुबह सूर्योदय के साथ ही शुरु की गई इस पहल के अंतर्गत दिल्ली की महत्वपूर्ण जीवनरेखा – पवित्र यमुना नदी को पुनर्जीवित करने के सामूहिक मिशन में नागरिकों, सामाजिक संगठनों, छात्र समूहों, पर्यावरण कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने साथ मिलकर भाग लिया ।
भारतीयम के बारे में
भारतीयम समान विचारधारा वाले व्यक्तियों की एक पहल है जिसका एकमात्र उद्देश्य है: पर्यावरण और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालना। पिछले कुछ वर्षों में, भारतीयम ने कला, संस्कृति और नागरिक भागीदारी के अनूठे संगम के माध्यम से जिम्मेदार पर्यावरणीय व्यवहार को सफलतापूर्वक बढ़ावा दिया है।
अभियान का उद्देश्य
यमुना नदी को पूजनीय मानने के बावजूद, यह गंभीर पारिस्थितिक क्षरण से ग्रस्त है। भारतीयम के अनुसार इस दिशा में केवल जागरूकता ही नहीं बल्कि तत्काल कार्रवाई और नागरिकों की प्रत्यक्ष भागीदारी आवश्यक है। “मेरी दिल्ली मेरा कर्तव्य” की अवधारणा दिल्ली के लोगों में नागरिक जिम्मेदारी की भावना को फिर से जगाने के लिए बनाई गई थी, ताकि उन्हें अपने शहर के पर्यावरण का स्वामित्व लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। जमीनी स्तर पर लोगों को शामिल करके, इस अभियान के माध्य्म से इस बात पर जोर दिया गया कि यमुना की सफाई और सुरक्षा केवल एक सरकारी कार्य नहीं है, बल्कि सभी का नैतिक और सामाजिक कर्तव्य है।
भागीदारी
भारतीयम के सदस्यों और उनके परिवारों के अलावा, कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित गणमान्य लोगों की उपस्थिति ने इस नेक काम को अपना समर्थन दिया जिनमें श्री राजा बंठिया, आईपीएस, डीसीपी, दिल्ली पुलिस, सीए अनिल गुप्ता, प्रांत कार्यवाह, दिल्ली, आरएसएस, कैप्टन विकास गुप्ता, अध्यक्ष, यूपी कृषि अनुसंधान परिषद, मो. नजीब एहसान, वरिष्ठ सूचना प्रबंधक, एनएमसीजी, डॉ. डी.के.गुप्ता, चेयरमैन, फेलिक्स हॉस्पिटल और कई अन्य व्यक्ति शामिल हैं । पर्यावरण मुद्दों, विशेष रूप से यमुना के क्षेत्र में एनसीआर में काम करने वाले कई गैर सरकारी संगठनों ने भी अपने सदस्यों के साथ भाग लिया। यही नहीं, आर्य गुरुकुल, नोएडा और बाल मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के कई छात्रों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
सफाई अभियान में सैकड़ों स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो सुबह 5:45 बजे ही अपना योगदान देने के लिए एकत्रित हो गए थे। कार्यक्रम की शुरुआत 11 पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण और यमुना जी की आरती से हुई। आर्य गुरुकुल, नोएडा के छात्रों द्वारा मंत्रोच्चारण ने वातावरण को आध्यात्मिक शांति से भर दिया । इसके बाद,बाल मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्रों ने यमुना नदी की स्थिति और इसे साफ करने में सभी हितधारकों की जिम्मेदारी पर एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। प्रतिभागियों को नदी के किनारों से प्लास्टिक कचरा और अन्य प्रदूषक हटाते और एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक को कम करने के बारे में जागरूकता फैलाते देखा गया। प्रतिभागियों ने आईटीओ छठ घाट के पास ग्रीन बेल्ट के आसपास प्रकृति की सैर भी की, जहाँ उन्होंने देखा कि आधुनिक समय का “कालिया नाग” यानी दूषित पदार्थों और प्रदूषकों से भरा अनुपचारित सीवेज का पानी बिना किसी रोक-टोक के यमुना नदी में प्रवेश कर रहा था। ऐसा लगता है कि एसटीपी लंबे समय से काम नहीं कर रहा है और इसे तुरंत बदलने की जरूरत है।
भारतीयम ने सभी प्रतिभागियों को पीने का पानी और जलपान वितरित किया। उपस्थित सभी लोगों ने दीर्घकालिक पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की शपथ ली। स्वयंसेवकों, शैक्षणिक संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों और जागरूक नागरिकों की उपस्थिति और सक्रिय समर्थन ने इस कार्यक्रम को समुदाय-संचालित परिवर्तन का जीवंत उदाहरण बना दिया।
भारतीयम टीम
भारतीयम के सदस्यों ने “मेरी दिल्ली मेरा कर्तव्य” स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास और उत्कृष्ट योगदान दिया। उनके समर्पण, कड़ी मेहनत और अटूट प्रतिबद्धता के बिना यह आयोजन इतनी ऊंचाइयों तक नहीं पहुंच पाता। आयोजन के विभिन्न पहलुओं को व्यवस्थित करने और क्रियान्वित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, चाहे वह धन जुटाना हो, प्रायोजकों के साथ संपर्क करना हो, आयोजन स्थल के साथ समन्वय करना हो या मीडिया और सामाजिक आउटरीच को संभालना हो। “मेरी दिल्ली मेरा कर्तव्य” अभियान को भारतीयम के संरक्षकों, दानदाताओं और शुभचिंतकों से भारी प्रोत्साहन मिला जिन्होंने लगातार वृक्षारोपण अभियान, शहरी वन निर्माण, तालाब पुनरुद्धार परियोजनाएं, पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम, शास्त्रीय संगीत समारोह (रागास फॉर यमुना) प्रोजेक्ट वात्सल्य के माध्यम से बाल कल्याण जैसी पहलों का समर्थन किया है। भारतीयम के सदस्यों और शुभचिंतकों के अमूल्य समर्थन और सहयोग ने भारतीयम को दिल्ली-एनसीआर में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने और अपने प्रभाव को गहरा करने में भी सशक्त बनाया है।
भावी योजना
भारतीयम की प्रतिबद्धता केवल एक अभियान के साथ समाप्त नहीं होती है। नदी तट रक्षकों की तैनाती, वृक्षारोपण अभियान और दीर्घकालिक बाल देखभाल पहल जैसी परियोजनाओं के साथ, भारतीयम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता है जहाँ नागरिक और समुदाय अपने पर्यावरण की सक्रिय जिम्मेदारी लेते हैं। “मेरी दिल्ली मेरा कर्तव्य” की सफलता भारतीयम के इस विश्वास की पुष्टि करती है कि सामूहिक कार्रवाई ही पर्यावरण की रक्षा करने और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक हरित विरासत छोड़ने का एकमात्र माध्यम है। भारतीयम सभी समान विचारधारा वाले व्यक्तियों और संगठनों को यमुना जी को बहाल करने, पुनर्जीवित करने और कायाकल्प करने और एक स्वच्छ हरियाली भरी दिल्ली को बढ़ावा देने की अपनी यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है।