आधुनिक उपकरणों और नई फायर यूनिट्स से सुसज्जित होगी दिल्ली फायर सर्विस – रेखा गुप्ता

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  • सरकार ने फायर सर्विस के लिए कुल ₹504 करोड़ का बजट किया आवंटित ; ₹110 करोड़ से ख़रीदे जाएंगे नई मशीनरी और आधुनिक उपकरण
  • तंग गलियों के लिए 100 छोटी, तकनीकी रूप से सुसज्जित दमकल गाड़ियाँ होंगी उपलब्ध
  • फायर सर्विस मुख्यालय के नए भवन का निर्माण जल्द

नई दिल्ली। , 25 अप्रैल 25 । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कनॉट प्लेस स्थित दिल्ली फायर सर्विस मुख्यालय का दौरा किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अग्निशमन कर्मियों से मुलाकात की और दिल्ली फायर सर्विस को और अधिक सशक्त बनाने के लिए कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ भी कीं। इस अवसर पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री आशीष सूद भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली अग्निशमन सेवा को लेकर कई अहम घोषणाएँ करते हुए कहा कि दिल्ली फायर सर्विस को आधुनिक उपकरणों और नई फायर यूनिट्स से पूरी तरह सुसज्जित किया जाएगा। सरकार ने फायर सर्विस के लिए ₹504 करोड़ का बजट आवंटित किया है, जिसमें से ₹110 करोड़ का बजट नई मशीनरी और अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए निर्धारित किया गया है। तंग गलियों वाले इलाकों के लिए विशेष रूप से 100 छोटी और तकनीकी रूप से सुसज्जित दमकल गाड़ियाँ तैनात की जाएंगी। फायर कंट्रोल रूम को कंप्यूटर एडेड डिस्पैच (कैड) सिस्टम से लैस किया जाएगा, जिससे सभी दमकल वाहनों की रियल टाइम ट्रैकिंग संभव हो सकेगी। सभी दमकल वाहनों में निगरानी कैमरे लगाए जाएंगे और कंट्रोल रूम को तकनीकी रूप से अपग्रेड किया जाएगा। कंट्रोल रूम के दमकल स्टाफ को आधुनिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। दिल्ली फायर सर्विस मुख्यालय के जर्जर भवन का पुनर्निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए सरकार द्वारा बजट भी स्वीकृत किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने बताया कि फायर सर्विस के लिए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कार्यों का विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया है। शॉर्ट टर्म कार्यों में स्टाफ की भर्ती, उपकरणों की मरम्मत और जन-जागरूकता अभियान शामिल हैं। लॉन्ग टर्म कार्यों के तहत एक जीआईएस आधारित सेंट्रल पोर्टल विकसित किया जाएगा, दमकल वाहनों का आधुनिकीकरण किया जाएगा और अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों के माध्यम से अग्निशमन सेवा को वैश्विक स्तर की क्षमताएं प्रदान की जाएंगी। दिल्ली फायर सर्विस को अत्याधुनिक उपकरणों जैसे एडब्लूटी वाहन, 32 मीटर टर्नटेबल लैडर और मिनी फायर-फाइटिंग रोबोट से सुसज्जित किया गया है, जो न केवल आपातकालीन स्थितियों में दक्षता बढ़ाते हैं, बल्कि फायरफाइटर्स की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करते हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली फायर सर्विस हमारी राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था की एक मजबूत और अहम कड़ी है। आपातकालीन परिस्थितियों में दिल्ली फायर सर्विस के कर्मी जिस साहस, तत्परता और सेवा-भाव से कार्य करते हैं, वह सराहनीय है। हमारी सरकार का उद्देश्य है कि फायर सर्विस को आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित किया जाए, ताकि वे हर चुनौती का प्रभावी ढंग से सामना कर सकें। हम दिल्ली को एक सुरक्षित और सतर्क शहर बनाने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि यह मेरे लिए गौरव का क्षण है कि मैं आज दिल्ली की उस सेवा इकाई के सामने खड़ी हूँ, जो साहस, समर्पण और संकल्प का प्रतीक है। दिल्ली अग्निशमन सेवा केवल आग की घटनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि हर प्रकार की आपदा में निडरता और तत्परता के साथ दिल्लीवासियों की रक्षा करती है। आज दिल्ली फायर सर्विस के पास 86 फायर स्टेशन और 3000 से अधिक समर्पित कर्मी हैं, जो हर वर्ष लगभग 36,000 से अधिक आपातकालीन स्थितियों का सामना करते हैं। यह आंकड़ा देश के किसी भी अन्य महानगर की तुलना में सर्वाधिक है, जो इस बल की कार्यक्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य दिल्लीवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। अग्निसुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए, हम फायर स्टेशनों की संख्या में विस्तार करेंगे और विशेषकर तंग गलियों के लिए 100 नई फायर पोस्ट स्थापित की जाएंगी, जहाँ अत्याधुनिक उपकरणों से लैस फायर यूनिट्स तैनात की जाएंगी। इसके लिए सरकार ने फायर सर्विस के लिए कुल ₹504 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया है, जिसमें से ₹110 करोड़ की राशि पूंजीगत व्यय के रूप में नई मशीनरी, उपकरण और आधुनिक टूल्स की खरीद के लिए निर्धारित की गई है। हमारा उद्देश्य है कि दिल्ली फायर सर्विस देश की ही नहीं, बल्कि विश्व की सबसे आधुनिक और सजग फायर सेवा बनकर उभरे। उन्होंने आगे बताया कि आवश्यकता अनुसार अग्निशमन कर्मियों की संख्या में भी वृद्धि की जाएगी, ताकि हर आपातकालीन घटना का समय रहते और प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके। इसके अलावा, दिल्ली फायर सर्विस को हाल ही में चार एरियल वाटर टॉवर, 17 वाटर बाउजर और 24 क्विक रिस्पॉन्स व्हीकल प्रदान किए जा हैं, जिससे उपकरणों की किसी भी कमी को दूर किया जा सकेगा। हम फायर कंट्रोल रूम की स्थिति में सुधार करते हुए इसे अब कंप्यूटर एडेड डिस्पैच प्रणाली से सुसज्जित करेंगे, ताकि इसकी कार्यक्षमता और प्रतिक्रिया समय में सुधार हो।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रत्येक फायर यूनिट में अब निगरानी के लिए कैमरे लगाए जाएंगे और सभी दमकल वाहनों को कंट्रोल रूम से रियल टाइम में मॉनिटर किया जा सकेगा। कंट्रोल रूम में कार्यरत कर्मचारियों की भूमिका को भी नए ढंग से परिभाषित किया जा रहा है—उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा, जिससे उनकी कार्यकुशलता में और अधिक बढ़ोतरी हो सके। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि दिल्ली फायर सर्विस मुख्यालय की वर्तमान जर्जर स्थिति को देखते हुए सरकार ने एक अहम और संवेदनशील निर्णय लिया है। मुख्यालय के लिए एक नए और आधुनिक भवन के निर्माण हेतु बजट स्वीकृत किया जा चुका है, और इसका निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह कहते हुए गर्व व्यक्त किया कि दिल्ली अग्निशमन सेवा देश की वह अग्रणी इकाई है, जिसे सर्वाधिक पुरस्कारों और पदकों से सम्मानित किया गया है। हमारे फायर फाइटर न सिर्फ आपातकालीन स्थितियों में अद्वितीय साहस और दक्षता का प्रदर्शन करते हैं, बल्कि खेलकूद और फायर ड्रिल प्रतियोगिताओं में भी शानदार प्रदर्शन कर दिल्ली का गौरव बढ़ाते हैं।
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार फायर सर्विस को सशक्त और आधुनिक बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है, जिसके तहत शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म अवधि के कार्यों की योजना तैयार की गई है। शॉर्ट टर्म कार्यों के अंतर्गत सबसे पहले दिल्ली फायर सर्विस में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए तत्काल भर्ती अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। सभी फायर टेंडर्स और उपकरणों को पूरी तरह कार्यशील बनाए रखने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। साथ ही, आम नागरिकों में आग से सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु व्यापक जन-जागरूकता अभियान की शुरुआत की जा रही है। दिल्ली के उन क्षेत्रों में जहां अभी फायर स्टेशन उपलब्ध नहीं हैं, वहां नए फायर स्टेशनों की स्थापना की जाएगी। आग की घटनाओं की रियल-टाइम मॉनिटरिंग और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए स्मार्ट रिस्पॉन्स मैकेनिज़्म और अत्याधुनिक तकनीकों को लागू किया जाएगा। इसके साथ ही, फायरफाइटर्स को आपात स्थिति से निपटने के लिए उन्नत प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में समयबद्ध और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
लॉन्ग टर्म अवधि के कार्यो के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि लॉन्ग टर्म अवधि के तहत सरकार एक सेंट्रलाइज्ड फायर सर्विस मैनेजमेंट पोर्टल विकसित कर रहे हैं, जो जीआईएस और डेटा एनालिटिक्स से लैस होगा,जिससे आपात स्थितियों का त्वरित विश्लेषण और प्रभावी प्रबंधन संभव हो सकेगा। साथ ही फायर सर्विस के वाहनों का आधुनिकीकरण किया जाएगा, जिसमें पर्यावरण-अनुकूल और तकनीकी रूप से एडवांस वाहनों को शामिल किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, सरकार अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ संस्थानों और शिक्षा जगत से साझेदारी स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रही है, ताकि दिल्ली अग्निशमन सेवा को वैश्विक मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण, तकनीकी जानकारी और क्षमतावर्धन का लाभ मिल सके।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के द्वारा आज तकनीकी रूप से अत्याधुनिक और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से कई उन्नत उपकरणों का मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता को डेमोंस्ट्रेशन दिया गया। इनमें आर्टिकुलेटेड वॉटर टावर वाहन , 32 मीटर टर्नटेबल लैडर, मिनी फायर-फाइटिंग रोबोट और क्विक रिस्पॉन्स व्हीकल्स के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। आर्टिकुलेटेड वॉटर टावर वाहन पूरी तरह रिमोट-नियंत्रित है और थर्मल व ऑप्टिकल कैमरों से सुसज्जित है। यह उपकरण अग्निशामकों की जान की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जोखिम भरे स्थानों पर आग बुझाने में सक्षम है। वर्तमान में ऐसे दो वाहन एक कनॉट प्लेस और दूसरा लक्ष्मी नगर फायर स्टेशन पर तैनात है। इसके अतिरिक्त, 32 मीटर टर्नटेबल लैडर को भी सेवा में शामिल किया गया है, जो ऊँची इमारतों में आग बुझाने और ऊँचाई पर फँसे लोगों को बचाने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है। यह लैडर फायर ट्रक पर लगा होता है और 360 डिग्री घूम सकता है, जिससे इसे किसी भी दिशा में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त अग्निशामकों की सुरक्षा के लिए मिनी फायर-फाइटिंग रोबोट भी सेवा में लाया जा रहा है। यह भारत में निर्मित उपकरण है, जो 500 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान सहन कर सकता है और कैमरे से लैस है, जिससे लाइव वीडियो फीड प्राप्त की जा सकती है। यह रोबोट एक मिनट में 2500 लीटर पानी फेंकने में सक्षम है और आग से लड़ने के जोखिम को काफी हद तक कम करता है। साथ ही राजधानी को 24 नई क्विक रिस्पॉन्स व्हीकल्स प्रदान की गई हैं, जो विशेष रूप से दिल्ली की तंग गलियों, घनी बस्तियों, और इलेक्ट्रिकल एवं एलपीजी से जुड़ी आग की घटनाओं से निपटने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
उन्होंने आगे बताया कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में कार्य कर रही दिल्ली सरकार, दिल्लीवासियों की सुरक्षा और आवश्यकताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। सरकार आधुनिकतम प्रणाली, संसाधनों और त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं। अब वह समय नहीं रहा जब दिल्ली को किसी भी आपात स्थिति में संपूर्ण रूप से केवल राष्ट्रीय एजेंसियों, जैसे कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पर निर्भर रहना पड़ता था। दिल्ली सरकार स्वयं अब ऐसी क्षमताओं का विकास कर रही है, जिससे हर आपदा का सामना प्रभावी रूप से और स्वावलंबी रूप से किया जा सके। उन्होंने बताया कि सरकार अब दिल्ली की अपनी स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी को न केवल विकसित करेगी बल्कि उसे पूरी तरह फंक्शनल बनाएगी, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में दिल्ली आत्मनिर्भर होकर तत्काल प्रभावी कदम उठा सके। चाहे तकनीकी स्टाफ की आवश्यकता हो या फिजिकल रिसोर्सेज की, हर स्तर पर सरकार दिल्ली को सक्षम और सशक्त बनाने के लिए कार्य कर रही है । सरकार की कोशिश है कि दिल्ली को एक नई पहचान दी जाए—एक ऐसी राजधानी, जो आधुनिक तकनीक से सुसज्जित हो और हर संकट से निपटने में सक्षम हो।

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