नई दिल्ली,। 24 अप्रैल 2025। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। इस कड़ी में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित अटारी-वाघा चेक पोस्ट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इस फैसले के पीछे संभावित सुरक्षा खतरे और आतंकी घुसपैठ की आशंका बताई जा रही है।
पहलगाम में हुआ था बड़ा आतंकी हमला
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में एक जवान शहीद हो गया था और कई अन्य घायल हुए थे। इस हमले के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि सीमावर्ती क्षेत्रों से और हमलों की साजिश रची जा सकती है।
अटारी बॉर्डर पर आवाजाही रोकी गई
पंजाब के अटारी बॉर्डर पर रोजाना बड़ी संख्या में लोग वाघा सीमा पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी देखने आते हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के अलर्ट के बाद यह कार्यक्रम भी फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। सीमापार से किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि को रोकने के लिए BSF (सीमा सुरक्षा बल) और अन्य एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।
ट्रेड और यात्रियों पर असर
इस बंदी का असर भारत-पाकिस्तान के बीच सीमित व्यापार और यात्रियों की आवाजाही पर भी पड़ा है। जिन लोगों ने अटारी बॉर्डर से पार जाने या आने की योजना बनाई थी, उन्हें फिलहाल इंतज़ार करना होगा। पंजाब पुलिस और केंद्रीय बलों ने इलाके में चौकसी बढ़ा दी है।
गृह मंत्रालय की निगरानी में स्थिति
इस पूरी स्थिति पर गृह मंत्रालय कड़ी नजर बनाए हुए है। मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि यह बंदी सावधानीवश अस्थायी है और जैसे ही सुरक्षा स्थिति सामान्य होगी, अटारी चेक पोस्ट को फिर से खोला जाएगा।
स्थानीय प्रशासन की अपील
स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने आम जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही कहा गया है कि यह कदम जन सुरक्षा के हित में उठाया गया है।
पहलगाम में हुए हमले ने एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है। ऐसे में सीमाओं की सख्त निगरानी और चेक पोस्ट पर एहतियात बरतना समय की जरूरत है। अब यह देखना होगा कि आतंकी मंसूबों को विफल करने में सुरक्षा एजेंसियां कितनी कारगर साबित होती हैं।