- राजधानी में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देना हमारी सरकार का मुख्य लक्ष्य
- बिजली सब्सिडी को लेकर दिल्ली के लोगों में भ्रम फैला रहा है विपक्ष
नई दिल्ली । 16 अप्रैल 25 । दिल्ली के उर्जा मंत्री आशीष सूद ने दक्षिण दिल्ली के किलोकरी में स्थित देश की पहली व्यावसायिक रूप से स्वीकृत स्टैंडअलोन बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) के काम की प्रगति का निरीक्षण किया। इंडीग्रिड के सहयोग से बीएसईएस ने दक्षिणी दिल्ली के किलोकरी में भारत की पहली विनियमित उपयोगिता-स्तरीय स्टैंडअलोन बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली को स्थापित किया गया है। जिसकी क्षमता 20 मेगावाट/40 मेगावाट घंटा स्टैंडअलोन बैटरी ऊर्जा भंडारण की है। इस परियोजना को किलोकरी के बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड के 33/11 केवी सब-स्टेशन पर स्थापित किया गया है।
बीईएसएस के निरीक्षण के दौरान आशीष सूद ने कहा कि ग्रिड से अलग स्टैंडअलोन स्वतंत्र ऊर्जा भंडारण प्रणाली ग्रिड की स्थिरता को बढ़ाने, बिजली की आपूर्ति, पीक आवर में बिजली डिमांड को कम करने और अक्षय ऊर्जा को ग्रिड में एकीकरण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जिसे खास तौर पर ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि दक्षिण दिल्ली के किलोकरी में बीएसईएस द्वारा स्थापित भारत की पहली स्टैंडअलोन बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली को बहुत जल्द दिल्ली की जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। ये भारत के साथ ही राजधानी दिल्ली के लिए बिजली के क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता की सरकार ने इसे रिकॉर्ड समय में बनाकर तैयार किया है। इंडीग्रिड, जीईएपीपी और टेरी के सहयोग से विकसित यह परियोजना पूरे भारत में ऐसी नियामक और नई तकनीकी के लिए नई मिसाल कायम करेगा।
स्टैंडअलोन बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) एक उन्नत स्वतंत्र बैटरी सिस्टम तकनीक है, जो ऊर्जा को संग्रहीत करता है और बाद में उपयोग के लिए बिजली उपलब्ध कराता है। यह प्रणाली किसी अन्य ऊर्जा स्रोत, जैसे कि बिजली ग्रिड या सौर पैनल से स्वतंत्र रूप से काम करती है। इस परियोजना से बीईएसएस को प्रतिदिन चार घंटे बिजली आपूर्ति करने के लिए डिजाइन किया गया है। जो मौजूदा ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर पर बोझ को भी कम करेगा। इसके चालू हो जाने के बाद करीब एक लाख लोगों को बिजली का सीधा लाभ मिलेगा। BESS द्वारा अनुमोदित टैरिफ जो पिछले मानकों से 55 फीसदी कम है। साथ ही यह परियोजना स्वच्छ ऊर्जा भंडारण में सहायक होने, ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के साथ ही नवाचार के एक नए युग की शुरुआत भी है।
उर्जा मंत्री आशीष सूद ने आगे कहा कि दिल्ली की माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है कि पिछले दस सालों से बेकार और बेदम दिल्ली का जो पावर इंफ्रास्ट्रक्चर है उसको दिल्ली की जनता के लिए जल्द से जल्द मजबूत बनाया जाए। दिल्ली की उर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए नई-नई तकनीक को अपनाया जाए। नई टेक्नालॉजी का तेजी से इस्तेमाल हो ताकि सुचारू रूप से 24 घंटे बिजली की सप्लाई दिल्ली की जनता को मिलती रहे।
उन्होंने यह भी कहा की दिल्ली के तथाकथित, स्वघोषित और बेरोजगार नेता दिल्ली में अपनी बॉट आर्मी से दिल्ली के पावर सिस्टम का फेलियर होने का जो नैरेटिव गढ़ने में जुटे हैं। उनको ये सब दिखाइ नहीं दे रहा है। दिल्ली की जनता को मैं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की तरफ से मैं भरोसा देना चाहता हूं कि राजधानी दिल्ली में न तो बिजली की सप्लाई में कोई परेशानी है और न ही बिजली की उपलब्धता में कोई दिक्कत होने देंगे। दिल्ली की जनता ग्रीन एनर्जी और पावर कंजर्वेशन में हमारा सहयोग करे। ताकि हम दिल्ली को विकसित भारत की विकसित राजधानी बनाने की तरफ तेजी से आगे बढ़े।
मंत्री महोदय ने कहा कि दिल्ली की जनता को राहत देने के लिए हमारी सरकार ने बिजली सब्सिडी को आगे भी जारी रखने का फैसला किया है। अरविंद केजरीवाल बार-बार कहते थे कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार आएगी तो बिजली की सब्सिडी खत्म हो जाएगी। झूठ के पांव ज्यादा दिनों तक नहीं चलते हैं। आप एक झूठ को दस बार बोलकर कुछ सुर्खियां बटोर सकते हैं। आज भ्रम फैलाने के अलावा, झूठा नैरेटिव गढ़ने के अलावा पुरानी सरकार के लोगों के पास आज कोई काम नहीं रह गया है। बीजेपी की सरकार अपनी गति से काम कर रही है। हमारी सरकार सिर्फ उर्जा के क्षेत्र में ही नहीं दिल्ली के हर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रकर को बेहतर बनाने में रात-दिन जुटी हुई है।