कोलकाता, 14 सितम्बर। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट, भाजपा, और वामपंथी दलों ने राज्य की सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया है। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।
प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, और कोलकाता पुलिस प्रमुख विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग की है। वहीं, शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों से मिलने पहुंचीं और उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ममता बनर्जी ने कहा, “मैं भी छात्र आंदोलन से आई हूं और संघर्षों का सामना किया है। मैं आपके दर्द को समझती हूं और मुझे अपने पद की चिंता नहीं है।” उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ है और इस मामले में न्याय होगा। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों से धरना समाप्त कर काम पर लौटने की अपील की, साथ ही यह वादा किया कि उनकी सरकार उनके खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाएगी।
इस बीच, विरोध प्रदर्शन जारी है और मामले को लेकर व्यापक जन समर्थन और राजनीतिक जुड़ाव भी देखने को मिल रहा है।