नई दिल्ली,7 अप्रैल। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक अनंत अंबानी ने अपनी 170 किलोमीटर लंबी पदयात्रा सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। यह यात्रा 29 मार्च 2025 को जामनगर स्थित अपने आवास से प्रारंभ हुई थी और 6 अप्रैल 2025 को रामनवमी के पावन अवसर पर द्वारकाधीश मंदिर में समाप्त हुई।
आस्था और भक्ति का सफर
अनंत अंबानी ने इस यात्रा को 9 दिनों में पूरा किया, जिसमें वे प्रतिदिन सुबह 4 बजे से 7:30 बजे तक पैदल चलते थे। इस दौरान उन्होंने कठिन रास्तों को पार करते हुए अपनी श्रद्धा को प्रकट किया। यात्रा के अंतिम दिन, उन्होंने 8 किलोमीटर की दूरी तय कर सुबह 6:30 बजे द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे।
मंदिर पहुंचने पर अनंत अंबानी ने भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में शीश नवाया और अपनी मां नीता अंबानी तथा पत्नी राधिका मर्चेंट के साथ पूजा-अर्चना की।
इस पवित्र यात्रा के समापन पर अनंत अंबानी ने कहा—
“यह मेरी धार्मिक यात्रा थी। मैं भगवान के चरणों में जाकर माथा टेकने आया था। भगवान से यही प्रार्थना की कि वह सभी को सुखी रखें और सबका कल्याण करें।”
नीता अंबानी और राधिका मर्चेंट का भावुक संदेश
अनंत की माता नीता अंबानी ने इस यात्रा पर गर्व जताते हुए कहा—
“एक मां के रूप में यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरे छोटे बेटे अनंत ने जामनगर से द्वारकाधीश तक की पदयात्रा पूरी की। यह आस्था और भक्ति का प्रतीक है।”
उनकी पत्नी राधिका मर्चेंट ने भी अनंत की इस यात्रा की सराहना की और कहा—
“अनंत की इच्छा थी कि वे हमारी शादी के बाद यह पदयात्रा करें। हमें गर्व है कि हम आज उनका जन्मदिन द्वारका में मना रहे हैं।”
अनंत अंबानी की यह यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं थी, बल्कि यह आध्यात्मिकता, दृढ़ संकल्प और समर्पण का भी प्रतीक बनी। इस यात्रा से समाज को भी यह प्रेरणा मिलती है कि आस्था और भक्ति के मार्ग पर चलकर जीवन को और अधिक सकारात्मक बनाया जा सकता है।
द्वारका यात्रा: श्रद्धा और समर्पण का संगम
अनंत अंबानी की यह पदयात्रा उनकी धार्मिक आस्था और आध्यात्मिक समर्पण को दर्शाती है। उनके इस प्रयास ने न केवल उनके परिवार बल्कि समाज में भी एक प्रेरणादायक संदेश दिया है।