- केजरीवाल सरकार ने 2020-21 से 2023-24 के बीच अल्पसंख्यक, पिछड़ों एवं गरीबों के लिए रूपए 250 करोड़ का आकर्षक बजट किया पर धोखा देते हुए खर्चे सिर्फ रूपए 4.2 करोड़
- अरविंद केजरीवाल सरकार ने मुख्यमंत्री विद्यार्थि प्रतिभा योजना के अंतर्गत 2020-21 से 2023-24 के बीच रूपए 461 करोड़ आवंटित किये पर खर्च किया 7% से भी कम मात्र रूपए 32.2 करोड़
- दलित बस्तियों के सुधार के लिए केजरीवाल सरकार ने 2020-21 से 2023-24 तक रूपए 260 करोड़ की योजनाएं घोषित की पर यहां भी केजरीवाल सरकार ने उनके साथ छलावा किया और खर्चा सिर्फ रूपए 120.60 करोड़
- दिल्ली सरकार शीघ्र पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा लाई गई छलावा योजनाओं की सूची विधानसभा के पटल पर रखेगी
नई दिल्ली 27 मार्च 25 । दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक पत्रकार सम्मेलन में कहा है कि आम आदमी पार्टी एवं अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के दलित समाज एवं गरीबों को लगातार बड़ी बड़ी स्कीमों के नाम दिखा कर गुमराह किया और उन्हे वोट बैंक बनाया।
अरविंद केजरीवाल सरकार दलितों एवं गरीबों को राजनीतिक रूप से आकर्षित करने के लिए विगत 5 साल में अनेक स्कीमें लाई, उनके प्रचार पर लाखों करोड़ों उड़ाये पर वास्तविक रूप से दलितों को केजरीवाल से केवल धोखा मिला।
पत्रकार सम्मेलन का संचालन दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख श्री प्रवीण शंकर कपूर ने किया और कहा जिस तरह आज दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा दलितों, पिछड़ों, गरीबों एवं अल्पसंख्यकों से छलावे की पोल खोली है उसने साबित कर दिया है की – ऐसा कोई वर्ग नही जिसे अरविंद केजरीवाल ने ठगा नही। पत्रकार सम्मेलन में प्रवक्ता श्री शुभेन्दू शेखर अवस्थी एवं डा. ममता त्यागी भी उपस्थित थे।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा की अरविंद केजरीवाल सरकार जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के नाम से दो योजनाएं 2020 में लाई।
पहली जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना दलित अनुसूचित जाति वर्ग के लिए तो दूसरी योजना अल्पसंख्यक, पिछड़े एवं गरीबों के लिए घोषित की गई।
दलितों को इस स्कीम से बड़ा धोखा किया गया और 2020-21 में दलितों के लिए प्रतिभा योजना में रूपए 40 करोड़ का आवंटन हुआ पर खर्च हुआ केवल रूपये 1.5 करोड़ का खर्च हुआ, 2021-22 में रूपए 50 करोड़ का बजट आवंटन दिखाया गया पर असल खर्च केवल रूपए 2.90 करोड़ हुआ। 2022-23 में दलितों से केजरीवाल सरकार का धोखा चर्म पर पहुंचा और दलित प्रतिभा योजना बजट में रूपए 70 करोड़ आवंटित हुआ पर खर्च एक पैसा नही हुआ। 2023-24 वित्त वर्ष में बजट आवंटन घटा कर रूपए 20 करोड़ कर दिया गया पर वहीं खर्च हुआ मात्र एक लाख रूपए।
इसी तरह अल्पसंख्यक, गरीबों एवं पिछड़ों को भी केजरीवाल सरकार ने जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के नाम पर भी बड़ा धोखा दिया। 2020-21 में बजट आवंटन आकर्षक रूपए 60 करोड़ दिखाया पर खर्च हुआ शून्य तो अगले वर्ष भी रूपए 70 करोड़ का आवंटन हुआ पर खर्च हुआ सिर्फ रूपए 4.2 करोड़।
2022-23 दलितों की ही तरह अल्पसंख्यक एवं पिछड़े गरीबों से भी बड़ा धोखा हुआ, रूपए 90 करोड़ का आकर्षक बजट आवंटन हुआ पर खर्च हुआ शून्य और 2023-24 में आवंटन रूपए 30 करोड़ हुआ पर खर्च हुआ शून्य।
यानी केजरीवाल सरकार ने 2020-21 से 2023-24 के बीच अल्पसंख्यक, पिछड़ों एवं गरीबों के लिए रूपए 250 करोड़ का आकर्षक बजट किया पर धोखा देते हुए खर्चे सिर्फ रूपए 4.2 करोड़।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा की इसी तरह शिक्षा विकास की बड़ी बड़ी बातें करने वाली अरविंद केजरीवाल सरकार ने मुख्यमंत्री विद्यार्थि प्रतिभा योजना के अंतर्गत 2020-21 से 2023-24 के बीच रूपए 461 करोड़ आवंटित किये पर शर्मनाक रूप से खर्च किया 7% से भी कम मात्र रूपए 32.2 करोड़।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की दिल्ली में दलित बस्तियों की नागरिक सुविधाएं कितनी बदहाल स्थिती में हैं यह सब जानते है पर दलित बस्तियों के सुधार के लिए केजरीवाल सरकार ने 2020-21 से 2023-24 तक रूपए 260 करोड़ की योजनाएं घोषित की पर यहां भी केजरीवाल सरकार ने उनके साथ छलावा किया और खर्चा सिर्फ रूपए 120.60 करोड़।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की हमने मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता से कहा है की अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा किए ऐसे सभी घोषणा छलावों की सूची विधानसभा पटल पर रखें।