रूस,19 मार्च। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को फोन पर बात की। इस दौरान यूक्रेन जंग के मुद्दे चर्चा हुई। रूसी राष्ट्रपति ने फोन कॉल के लिए डोनाल्ड ट्रम्प के 1 घंटा का वेट कराया।
दोनों के बीच बातचीत के लिए स्थानीय समयानुसार शाम 4 से 6 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 6:30 से रात 8:30 तक) का वक्त रखा गया था।
पुतिन 1 घंटे की देरी से यानी करीब 5 बजे क्रेमलिन (राष्ट्रपति कार्यालय) पहुंचे। दरअसल पुतिन मॉस्को में एक कार्यक्रम में उद्योगपतियों और व्यापारियों को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम ट्रम्प से बातचीत के ठीक पहले हुआ।
शाम के 4 बजने के बाद कार्यक्रम के होस्ट और पुतिन के करीबी अलेक्जेंडर शॉखिन ने अपनी घड़ी की तरफ देखा और पुतिन से कहा कि कॉल 6 बजे से पहले होनी है। दरअसल क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने ट्रम्प से बातचीत के वक्त की तरफ इशारा किया था। इस पर हंसते हुए पुतिन ने कहा कि उसकी बात मत सुनो।
कैसे हुआ घटनाक्रम?
मंगलवार को ट्रंप और पुतिन के बीच फोन कॉल भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे (स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे) निर्धारित थी। लेकिन, जब ट्रंप पुतिन से बात करना चाहते थे, तब रूसी राष्ट्रपति मॉस्को में उद्योगपतियों और व्यवसायियों के एक वार्षिक कार्यक्रम में व्यस्त थे। कार्यक्रम के मेजबान ने पुतिन को कॉल के बारे में याद दिलाया, लेकिन पुतिन ने मुस्कुराते हुए इसे नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद, पुतिन शाम 5 बजे के करीब क्रेमलिन पहुंचे और फिर दोनों नेताओं के बीच बातचीत शुरू हुई।
कैद सैनिकों को आज छोड़ेंगे यूक्रेन और रूस
यूक्रेन जंग में सीजफायर को लेकर राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच मंगलवार को फोन पर 90 मिनट बातचीत हुई। यह बातचीत भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे शुरू हुई थी।
NYT के मुताबिक पुतिन 30 दिनों तक यूक्रेन के ऊर्जा ठिकानों पर हमला नहीं करने के लिए राजी हो गए हैं, बशर्ते यूक्रेन भी रूस के एनर्जी ठिकानों पर हमला नहीं करेगा।
हालांकि, यूक्रेनी शहरों और सैन्य ठिकानों पर हमले जारी रह सकते हैं। इसके साथ ही 19 मार्च यानी आज रूस और यूक्रेन 175-175 सैनिकों की अदला बदली करेंगे।