नई दिल्ली | 27 फरवरी 25 | दिल्ली में भाजपा की सरकार की सरकार बनने के बाद विधान सभा के पहले सत्र में गुरुवार को नजफगढ़ का नाम बदलने की मांग उठी। नजफगढ़ से विधायक बनीं नीलम पहलवान ने रेखा गुप्ता सरकार से ऐसी मांग की है। भाजपा विधायक ने नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ करने की मांग की है। सरकार की ओर से इस पर कोई जवाब तो नहीं दिया गया है, लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से ताली बजाकर इसका स्वागत किया गया। पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा भी मेज थपथपाते नजर आए।
पहली बार विधायक बनीं नीलम पहलवान ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, ‘मेरी विधानसभा दिल्ली देहात की है। वहां से हरियाणा की तीन सीमा लगती है। जब मुगल शासक बादशाह आलम द्वितीय ने नजफगढ़ को संभाला हमारे यहां बहुत अत्याचार हुआ था। 1857 की क्रांति में राजा नाहर सिंह ने लड़ाई लड़के नजफगढ़ क्षेत्र को दिल्ली प्रांत में शामिल किया था। लेकिन कई कागज कार्यवाही होने के बावजूद भी, आज तक नजफगढ़ का नाम, हमने कई बार अपील की, हमारे सांसद प्रवेश वर्मा थे, इनके माध्यम से भी बहुत कोशिश की कि हमारे नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ कर दिया जाए।’ नीलम के इतना कहते ही भाजपा विधायकों ने मेज थपथपा कर अपना समर्थन जाहिर किया।
नीलम ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘क्योंकि जिनसे पूरी दुनिया दुखी, जिनसे पूरा देश दुखी, नजफगढ़ तो छोटा सा है। वहां के लोगों को बहुत उम्मीद है कि वहां के राजाओं ने अपने अस्तित्व के लिए जो लड़ाई लड़ी उसको स्थापित करने में हम मिलकर आवाज उठाएं। मुझे आपसे बहुत उम्मीद है कि इस लड़ाई में पूरा सदन हमारी सीएम साहिबा जी और आप सब मेरा सपोर्ट करेंगे।’ भाजपा विधायक की बात पर एक बार फिर सभी विधायकों ने मेज थपथपाई।
गौरतलब है कि शाह आलम द्वितीय की सेना के कमांडर मिर्जा नजफ खान के नाम पर इस इलाके का नाम नजफगढ़ किया गया था। भाजपा कई बार इसका नाम बदलने की मांग उठा चुकी है। भगवा दल की मांग है कि महान क्रांतिकारी और बल्लभगढ़ रियासत के राजा नाहर सिंह के नाम पर नजफगढ़ का नाम बदल दिया जाए। 1857 की क्रांति में राजा नाहर सिंह का अहम योगदना था। राजा नाहर सिंह को अंग्रेजों ने धोखे से फंसाकर चांदनी चौक में फांसी पर चढ़ा दिया था।