नई दिल्ली,25 फरवरी। दिल्ली विधानसभा के सत्र के दौरान आज भारी हंगामा हुआ, जिसके परिणामस्वरूप आम आदमी पार्टी (AAP) के 21 विधायकों को तीन दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन 25 फरवरी से 28 फरवरी 2025 तक प्रभावी रहेगा। निलंबित विधायकों में नेता प्रतिपक्ष आतिशी भी शामिल हैं।
हंगामे का कारण
सत्र की शुरुआत उपराज्यपाल (LG) वी.के. सक्सेना के अभिभाषण से हुई। इस दौरान AAP विधायकों ने मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ. भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाने का आरोप लगाते हुए “मोदी-मोदी” के नारे लगाए और हंगामा किया। स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने विधायकों को शांत रहने की अपील की, लेकिन हंगामा जारी रहने पर उन्होंने 21 विधायकों को निलंबित करने का निर्णय लिया।
CAG रिपोर्ट का मुद्दा
इस सत्र में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 14 रिपोर्ट्स भी पेश की गईं, जिनमें पूर्ववर्ती AAP सरकार के दौरान हुई कथित वित्तीय अनियमितताओं का उल्लेख है। इनमें शराब नीति से जुड़े घोटाले का भी जिक्र है, जिससे सरकारी खजाने को 2026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ बताया गया है।
AAP की प्रतिक्रिया
निलंबन के बाद, नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने सभी कार्यालयों से डॉ. अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें लगा दी हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा के लिए पीएम मोदी, डॉ. अंबेडकर से बड़े हैं।
विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ी
हंगामे और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के मद्देनजर, विधानसभा सत्र की अवधि दो दिन बढ़ाकर अब 1 मार्च 2025 तक कर दी गई है।
इस घटनाक्रम ने दिल्ली की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है, जहां सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी AAP के बीच तनाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।