नई दिल्ली,13 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया मार्च 2025 के पहले सप्ताह में शुरू होने की संभावना है, जिससे होली (14 मार्च) से पहले पार्टी को नया नेतृत्व मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार, इस बार अध्यक्ष पद के लिए दक्षिण भारत से किसी नेता के नाम पर सहमति बनने की उम्मीद है, क्योंकि पार्टी का फोकस अब दक्षिणी राज्यों पर है।
दक्षिण भारत से किसी नेता को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का निर्णय पार्टी की दक्षिणी राज्यों में उपस्थिति को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है। इससे भाजपा को इन क्षेत्रों में अपनी पकड़ बढ़ाने में मदद मिलेगी।
दक्षिण भारत से किसी को मौका संभव, 20 साल से नहीं बना इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए दक्षिण भारत से किसी नेता के नाम पर सहमति बनाने का विचार है। क्योंकि, भाजपा का फोकस अब दक्षिणी राज्यों पर है।
20 साल से वहां से कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना है। 2002-2004 के बीच वेंकैया नायडू (आंध्र) आखिरी थे। इस पर आरएसएस व आनुषंगिक संगठनों से भी चर्चा हो चुकी है।
ये तय है कि जो भी नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेगा अगला लोकसभा चुनाव 2029 उसी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। भाजपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल होता है, ऐसे में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल जनवरी 2028 तक होगा।
ठीक 14 महीने बाद लोकसभा चुनाव होंगे। जिसके चलते उनका कार्यकाल लोकसभा चुनाव तक बढ़ाया जाएगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कराने से पहले भाजपा में सभी प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव होते हैं। यह चुनाव मंडल से लेकर जिला और प्रदेश स्तर तक होता है। प्रदेश स्तर पर चुनाव की प्रक्रिया जारी है।