नई दिल्ली, प्लेयर्स के पेंमेंट विवाद के बीच बांग्लादेश प्रीमियर लीग में फिक्सिंग के आरोप लगे हैं। इस पर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार, 3 फरवरी को स्वतंत्र जांच बैठाई। लीग के मौजूदा सीजन के 8 मैच की जांच जारी है। इनमें 6 इंटरनेशनल समेत 10 खिलाड़ियों और 7 फ्रेंचाइजी में से 4 पर फिक्सिंग के आरोप हैं।
बोर्ड के प्रेसिडेंट ने फारूक अहमद ने कहा- ‘अगर कोई खिलाड़ी गलत काम में शामिल पाया जाता है। तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वे किसी दोषी को नहीं छोड़ेंगे।’
उन्होंने क्रिकबज से कहा- ‘जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, वे इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं कर सकते। क्योंकि उन्हें एक प्रोटोकॉल का पालन करना होता है। टूर्नामेंट के दौरान होने वाली सभी घटनाओं को नोट किया जाता है और बाद में जांच की जाती है।’
बुधवार को शाम 6 बजे से मीरपुर में BPL-2024-25 का क्वालिफायर-2 चटगांव किंग्स और खुलना टाइगर्स के बीच खेला जाएगा। फॉर्च्यून बरिशल पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी हैं। उसने क्वालिफायर-1 में चटगांव किंग्स को 9 विकेट से हराया था। फाइनल मुकाबला 7 फरवरी को मीरपुर में खेला जाएगा।
पूर्व बांग्लादेशी कप्तान पर लग चुका है बैन बांग्लादेशी लीग में फिक्सिंग के आरोप नए नहीं है। इससे पहले 2014 के सीजन में पूर्व बांग्लदेशी कप्तान मोहम्मद असरफुल को दोषी पाया गया था और उन पर 8 साल का बैन लगा था।
लीग के दौरान संदिग्ध गतिविधियां दिखीं बांग्लादेश प्रीमियर लीग के कुछ मुकाबलों में कई संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं। जैसे लगातार तीन वाइड और नो-बॉल फेंकने वाले गेंदबाज, संदिग्ध प्लेइंग इलेवन का चयन और बड़े टारगेट के बावजूद धीमी बल्लेबाजी। इस पर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की एंटी-करप्शन यूनिट ने 8 मैचों की जांच शुरू की।