नई दिल्ली, विदर्भ ने पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली। टीम ने गुरुवार को वडोदरा में खेले गए सेमीफाइनल में महाराष्ट्र को 69 रन से हराया। विदर्भ ने पहले बैटिंग करते हुए 3 विकेट खोकर 380 रन बनाए, जवाब में महाराष्ट्र की टीम 311 रन ही बना पाई।
फाइनल में विदर्भ का सामना 18 फरवरी को कर्नाटक से होगा। कर्नाटक ने हरियाणा को सेमीफाइनल हराया और 5वीं बार खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। टीम इससे पहले 4 टाइटल जीत चुकी है। दूसरी ओर विदर्भ को पहले ही विजय हजारे खिताब का इंतजार है।
ओपनर्स ने दिलाई विदर्भ को बेहतरीन शुरुआत कोटाम्बी स्टेडियम में महाराष्ट्र ने टॉस जीतकर बॉलिंग चुनी। विदर्भ को ध्रुव शोरे और यश राठौड़ की ओपनिंग जोड़ी ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई। दोनों ने 35वें ओवर तक बैटिंग की और 224 रन की पार्टनरशिप की। यश 116 रन बनाकर आउट हुए और दोनों के बीच साझेदारी टूटी। ध्रुव भी फिर ज्यादा देर टिक नहीं सके और 114 रन बनाकर आउट हो गए। वे नंबर-3 पर उतरे कप्तान करुण नायर के साथ दूसरे विकेट के लिए 21 रन ही जोड़ सके।
नायर-जितेश ने फिफ्टी लगाई 2 विकेट गिरने के बाद नायर ने विकेटकीपर जितेश शर्मा के साथ पारी संभाली। दोनों ने 48 ओवर तक टीम का स्कोर 338 रन तक पहुंचा दिया। जितेश 33 गेंद पर 51 रन बनाकर आउट हुए, उन्होंने पारी में 3 चौके और 3 छक्के लगाए। उनके बाद उतरे शुभम दुबे ने 2 गेंद पर 5 रन बनाए।
करुण ने आखिरी 2 ओवर में टीम के लिए 42 रन बटोरे। 49वें ओवर में 18 और आखिरी ओवर में 24 रन आए। नायर 44 गेंद पर 88 रन बनाकर नॉटआउट रहे। उन्होंने अपनी पारी में 9 चौके और 5 छक्के लगाए। उन्होंने जितेश के साथ 93 रन की पार्टनरशिप भी की। महाराष्ट्र से मुकेश चौधरी ने 2 और सत्यजीत बछाव ने 1 विकेट लिया।
नायर इस सीजन बेहतरीन फॉर्म में विदर्भ के कप्तान करुण नायर इस सीजन बेहतरीन फॉर्म में हैं। वे टूर्नामेंट में 752 की औसत से 752 रन बना चुके हैं, जिनमें 5 सेंचुरी भी शामिल हैं। उन्होंने राजस्थान के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में सेंचुरी भी लगाई थी। नायर इस सीजन यूपी के खिलाफ ही महज एक बार आउट हुए, बाकी 8 में से 6 पारियों में उन्हें कोई आउट नहीं कर सका। जबकि मिजोरम के खिलाफ उनकी बैटिंग ही नहीं आई।