नई दिल्ली,15 जनवरी। दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होने वाला है. वहीं, पूरा देश 26 जनवरी को 76वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. इससे पहले खुफिया एजेंसी को दिल्ली में खालिस्तानियों की एंट्री की भनक लगी है. इनपुट मिलते ही दिल्ली पुलिस और सभी केंद्रीय एजेंसी को अलर्ट कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव हैं और लेकिन उससे पहले 26 जनवरी गणतंत्र दिवस कार्यक्रम है. इससे पहले 3 खालिस्तानी आतंकी एक्टिव हुए हैं. पुलिस इन आतंकियों की तलाश में जुट गई है. पुलिस ने पूरे शहर में इन तीनों आतंकियों की पोस्टर लगा दी है.
दिल्ली पुलिस की मोस्ट वांटेड की लिस्ट के बड़े चेहरों के बारे में जानकारी दी है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि पहला आतंकी रंजीत उर्फ नीता है. वह पाकिस्तान में छिपा है. आईएसआई के इशारे पर वह जम्मू-कश्मीर और पंजाब में अपनी गतिविधियां बढ़ा रहा है. उसी के संगठन के खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) से जुड़े 3 आतंकी संदिग्ध हाल में मारे गए थे. इसी संगठन के तीन आतंकी उत्तरप्रदेश के पीलीभीत में पंजाब पुलिस और यूपी पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में मारे गए थे.
दो अन्य आतंकियों का पोस्टर जारी
दूसरा आतंकी परमजीत सिंह पम्मा की फोटो है जो खालिस्तानी मूवमेंट को सक्रियता से आगे बढ़ा रहा है. इसने 2023 में किल इंडिया नाम से लंदन में खालिस्तानी समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया. ये भी NIA के रडार पर है. दिल्ली पुलिस ने जिस तीसरे खालिस्तानी का फोटो शेयर किया कहा वह है अर्शदीप सिंह उर्फ डाला. एनआईए ने 2023 में उसके खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का आतंकी घोषित कर दिया है. NIA के अनुसार अर्शदीप दल्ला कनाडा में बैठकर पंजाब में आतंकवाद की जड़ें मजबूत कर रहा है.
खिलिस्तानियों के हर मूवमेंट पर बाज की नजर
दिल्ली चुनाव में किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो और कोई साजिश को अंजाम न दे सके इसके लिए खुफिया एजेंसियों और दिल्ली पुलिस की सभी यूनिट्स को सतर्क रखा गया है. जिन इलाकों में पहले खालिस्तानी मूवमेंट को दिखाने की कोशिश की गई थी उन्हें संवेदनशील कैटगरी में रखा गया है. चुनावों में कोई खलल न हो इसके लिए दिल्ली पुलिस ने खास रणनीति बनाई है. पुलिस ने ट्रेन से दिल्ली आने वाले पैसेंजर्स, एयरपोर्ट की विदेशी फ्लाइट्स और खालिस्तानी मूवमेंट्स के दिल्ली में संदिग्ध पूर्व ठिकानों पर लगातार नजर रखी जा रही है. दिल्ली की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, स्पेशल ब्रांच समेत इंटेलीजेंस यूनिट्स की भी मदद ली जा रही है. दिल्ली पुलिस के सभी यूनिट्स को इसलिए एक्टिव किया गया है कि क्योंकि गुप्त सूत्रों से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी खालिस्तानी हमले का इनपुट मिला है.