तमिलनाडु ,13 जनवरी। तमिलनाडु के पलाकोडु के एक स्कूल का एक वीडियो सामने आया, जिसमें छात्राओं को वॉशरूम साफ करते देखा जा सकता है। वायरल हो रहे वीडियो में स्कूल यूनिफॉर्म में छात्राएं झाड़ू लगाती नजर आ रही हैं।
दावा किया जा रहा है कि सफाई करने वाले सभी स्टूडेंट दलित समुदाय के हैं। उनके पेरेंट्स ने बताया कि बच्चों से बाथरूम साफ करवाने के अलावा पानी लाने और कैंपस की सफाई भी करवाई जाती है। मामला बढ़ने पर डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर ने स्कूल के प्रिंसिपल को बर्खास्त कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्कूल में पहली से लेकर 8वीं तक की ही क्लासेस हैं। स्कूल में करीब 150 दलित समुदाय के स्टूडेंट पढ़ते हैं। इनके माता-पिता ने बताया कि स्कूल में साफ-सफाई के काम के कारण बच्चे अक्सर घर पर थके हुए लौटते हैं।
पेरेंट्स बोले- बच्चों की हालत देखकर दिल टूट जाता है
वीडियो वायरल होने के बाद एक छात्र की मां ने कहा- हम अपने बच्चों को स्कूल में सफाई करने के लिए नहीं, बल्कि पढ़ाई के लिए भेजते हैं। जब वे घर आते हैं तो वे अपना होमवर्क करने के लिए बहुत थके हुए होते हैं।
छात्रा की मां ने कहा कि जब हमने उनसे इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना समय पढ़ाई करने के बजाय स्कूल और शौचालय साफ करने में बिताया है। बच्चों की हालत देखकर दिल टूट जाता है और ऐसा लगता है कि शिक्षक पढ़ाने की अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी बोले- जांच चल रही है, एक्शन लेंगे
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि वायरल हो रहे वीडियो और माता-पिता की बढ़ती चिंताओं को लेकर जल्द ही एक्शन लेंगे। प्रिंसिपल को बर्खास्त कर दिया गया है। बच्चों के अधिकारों और उनका विकास ही हमारी प्राथमिकता है।