नई दिल्ली,25 दिसंबर।पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 100वीं जयंती है। दिल्ली में स्थित उनके समाधि सदैव अटल पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम शुरू हुआ। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, PM मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी।
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। 16 अगस्त 2018 को 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। वे 3 बार देश के प्रधानमंत्री रहे। उन्हें 27 मार्च 2025 को भारत रत्न से नवाजा गया था।
PM मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए लेख लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा- 25 दिसंबर का ये दिन भारतीय राजनीति और भारतीय जनमानस के लिए एक तरह से सुशासन का अटल दिवस है। वे स्टेट्समैन की तरह खड़े रहे और लोगों को प्रेरित करते रहे हैं।
PM ने आगे लिखा- अटल बिहारी वाजपेयी ने खरीद-फरोख्त नहीं की। डर्टी पॉलिटिक्स के रास्ते पर चलने के बजाय 1996 में इस्तीफा देना पसंद किया। 1999 में उनकी सरकार 1 वोट से गिर गई थी।
अटल देश के पहले गैर कांग्रेसी PM थे 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अटल जी का जन्म हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी दशकों तक भाजपा का बड़ा चेहरा थे और पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने बतौर PM कार्यकाल पूरा किया।
उन्होंने 1977 से 1979 तक प्रधानमंत्री मोराजी देसाई के मंत्रिमंडल में भारत के विदेश मंत्री के रूप में भी काम किया। 16 अगस्त 2018 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में उनका निधन हो गया।
तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी
- अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं। सबसे पहले 1996 में 13 दिनों के लिए वह प्रधानमंत्री बने थे। बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
- दूसरी बार वे 1998 में प्रधानमंत्री बने। सहयोगी पार्टियों के समर्थन वापस लेने की वजह से 13 महीने बाद 1999 में फिर आम चुनाव हुए।
- 13 अक्टूबर 1999 को वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। इस बार उन्होंने 2004 तक अपना कार्यकाल पूरा किया।