नई दिल्ली,23 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार मेले के तहत एक बार फिर बड़ी संख्या में युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार रोजगार के क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार कर रही है और युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
71 हजार नियुक्ति पत्र वितरित
19 दिसंबर को आयोजित रोजगार मेले में प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। यह कार्यक्रम देशभर में विभिन्न सरकारी विभागों और संस्थानों के सहयोग से आयोजित किया गया। इस मेले में पुलिस, रेलवे, बैंकिंग, डाक, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सरकारी विभागों में रिक्तियों को भरने का काम किया गया।
डेढ़ साल में 10 लाख नौकरियां
पीएम मोदी ने इस अवसर पर बताया कि पिछले डेढ़ साल में केंद्र सरकार ने 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य तय किया था, जिसमें से अधिकांश भर्तियाँ पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि यह रोजगार अभियान न केवल युवाओं को आर्थिक स्थिरता देगा, बल्कि देश के विकास में उनकी भूमिका को भी मजबूत करेगा।
डिजिटल इंडिया और रोजगार के अवसर
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि डिजिटल इंडिया पहल के तहत देश में रोजगार के कई नए अवसर पैदा हुए हैं। स्टार्टअप्स और इनोवेशन से लेकर सरकारी योजनाओं तक, हर क्षेत्र में युवाओं के लिए नए दरवाजे खोले गए हैं। उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि वे इस बदलाव का हिस्सा बनें और अपनी क्षमताओं का पूरी तरह से उपयोग करें।
युवाओं के लिए बेहतर अवसर
पीएम मोदी ने कहा कि रोजगार मेले के जरिए उनकी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि योग्य उम्मीदवारों को समय पर नौकरी मिले। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उनकी सरकार ने पारदर्शिता और दक्षता को प्राथमिकता देते हुए भर्तियों की प्रक्रिया को तेज और सरल बनाया है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये नियुक्तियाँ आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपनी नई जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाएं।
निष्कर्ष
रोजगार मेला युवाओं के लिए न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और भविष्य के प्रति उम्मीदों को भी बढ़ाता है। पीएम मोदी के नेतृत्व में रोजगार के क्षेत्र में जो सुधार किए जा रहे हैं, वे भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।