नई दिल्ली,17 दिसंबर। वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी मंगलवार को संसद में एक बैग लेकर पहुंचीं, जिस पर बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइयों साथ खड़े हो लिखा था।
एक दिन पहले ही वे फिलिस्तीन को समर्थन करने वाला बैग लेकर पहुंची थीं। जिस पर फिलिस्तीन आजाद होगा लिखा था। इस पर विवाद भी हुआ।
प्रियंका ने सवाल उठाने वालों से कहा था- मैं कैसे कपड़े पहनूंगी, इसे कोई और तय नहीं करेगा, बरसों से चल रही रूढ़वादी पितृसत्ता को मैं नहीं मानती, मैं जो चाहूंगी, वही पहनूंगी।
फिलिस्तीन का सपोर्ट करने पर पाकिस्तान सरकार में पूर्व मंत्री फवाद हसन चौधरी ने भी उनकी तारीफ में कहा कि हमारे सांसदों में इतनी हिम्मत नहीं।
पाकिस्तानी नेता बोले- प्रियंका ने गुंडों के बीच धाक जमाई
पाकिस्तान की इमरान सरकार में मंत्री रहे फवाद हसन चौधरी ने फिलिस्तीन का सपोर्ट करने पर प्रियंका की तारीफ की है। उन्होंने X पर लिखा- जवाहरलाल नेहरू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी की पोती से हम और क्या उम्मीद कर सकते हैं? प्रियंका गांधी ने अपना कद और ऊंचा कर लिया है, यह शर्मनाक है कि आज तक किसी पाकिस्तानी सांसद ने ऐसी हिम्मत नहीं दिखाई।
अगस्त 2024 से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से हिंदुओं के खिलाफ धार्मिक हिंसा के मामले लगातार बढ़े हैं। ‘सेंटर फॉर डेमोक्रेसी, प्लुरलिज्म एंड ह्यूमन राइट्स’ (CDPHR) की रिपोर्ट के मुताबिक 5 से 9 अगस्त के बीच ही बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ लूटपाट की 190 घटनाएं सामने आ गई थीं।
32 घरों में आगजनी, 16 मंदिरों में तोड़-फोड़ और यौन हिंसा के 2 मामले सामने आए थे। रिपोर्ट के मुताबिक 20 अगस्त तक हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के कुल 2010 मामले सामने आए। हिंदू परिवारों पर हमले के 157 और मंदिरों के अपमान के 69 मामले शामिल थे।
यूनुस सरकार ने इस्कॉन संत चिन्मय कृष्ण दास को राजद्रोह के आरोप में 25 नवंबर को गिरफ्तार किया था। चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के बाद चटगांव में हिंसा फैल गई थी। इस हिंसा में एक वकील की भी मौत हुई थी।