नई दिल्ली,14 दिसंबर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और केरल के कई अन्य सांसदों ने शनिवार को वायनाड में हुए भूस्खलन त्रासदी के पीड़ितों के लिए राहत पैकेज की मांग को लेकर संसद परिसर में प्रदर्शन किया। संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट प्रियंका गांधी और अन्य सांसदों ने एकत्र होकर ‘वायनाड के साथ भेदभाव बंद करो’ के नारे लगाए। प्रियंका गांधी, जो वायनाड से लोकसभा सदस्य हैं, ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार वायनाड को विशेष राहत पैकेज देने से इनकार कर रही है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया है और प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। प्रियंका गांधी ने इस संदर्भ में हिमाचल प्रदेश का उदाहरण भी दिया, जहां भारी तबाही के बावजूद वहां भी राहत की मांग की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इन दोनों राज्यों को राजनीतिक कारणों से उचित सहायता नहीं प्रदान कर रही है।
प्रियंका गांधी ने कहा, “भारत के नागरिक होने के नाते सभी समान व्यवहार के पात्र हैं और प्राकृतिक आपदाओं में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर वह पहले भी गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर चुकी हैं।
वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में कहा था कि विपक्षी दलों को वायनाड की भूस्खलन त्रासदी पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने इस हादसे के बाद राज्य को पूरी सहायता प्रदान की है और विपक्ष को मोदी सरकार के सहयोग को स्वीकार करना चाहिए।