नई दिल्ली,- इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अमेरिका की नेशनल क्रिकेट लीग (NLC) को बैन कर दिया है। ICC ने यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका क्रिकेट (USAC) को लेटर लिखकर लीग के भविष्य के संस्करणों को मंजूरी नहीं देने के फैसले की जानकारी दी। लेटर में लिखा गया कि लीग में प्लेइंग इलेवन नियमों का पालन नहीं हुआ है। टी-10 फॉर्मेट के इस टूर्नामेंट में 6-7 विदेश खिलाड़ी खिलाए गए थे।
NCL का पहला सीजन 4 से 14 अक्टूबर के बीच हुआ था। रॉबिन उथप्पा की कप्तानी वाली शिकागो सीसी ने अटलांटा किंग को 43 रनों से हराते हुए खिताब जीता था। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने उन्हें ट्रॉफी दी।
किन नियमों का उल्लंघन हुआ?
- ICC के नियम के अनुसार लीग में खेलने वाली हर टीम की प्लेइंग इलेवन में कम से कम 7 अमेरिकी खिलाड़ी होने चाहिए, लेकिन कई मैचों में 6-7 विदेशी खिलाड़ियों को उतारा गया।
- मैचों में ड्रॉप-इन पिचों का इस्तेमाल किया गया, जो बहुत ही खराब थीं। पिचें इतनी खराब थीं कि वहाब रियाज और टाइमल मिल्स को स्पिन गेंदबाजी करनी पड़ी, ताकि बैटर्स को चोट न लगे।
- लीग के अधिकारियों ने विदेशी खिलाड़ियों को मौका देने के लिए अमेरिका के इमिग्रेशन नियमों को भी तोड़ा गया। अमेरिका में स्पोर्ट्स कैटेगरी के वीजा के लिए 6 टीमों के लिए कम से कम 2 लाख US डॉलर लगते हैं। पैसे बचाने के लिए कई खिलाड़ी स्पोर्ट्स वीजा से नहीं आए।
रैना, कार्तिक और अफरीदी ने हिस्सा लिया इस लीग में पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना, दिनेश कार्तिक और पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने हिस्सा लिया था।
लीग से जुड़े तेंदुलकर, गावस्कर और अकरम जैसे नाम NCL ने वसीम अकरम और विवियन रिचर्ड्स जैसे पूर्व क्रिकेटर्स को ब्रॉन्ड ऐंबैस्डर बनाया था। इसने सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर को अपने ओनरशिप ग्रुप में शामिल किया था।