वाशिंगटन ,27 नवम्बर। अमेरिका में नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपनी सरकार के लिए अहम पदों की नियुक्तियां कर रहे हैं। इसमें कुछ भारतीय मूल के लोगों को भी जगह मिली है। ट्रम्प ने भारतवंशी फिजीशियन और इकोनॉमिस्ट डॉ. जय भट्टाचार्य को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) का डायरेक्टर बनाने का फैसला किया है। जय भट्टाचार्य पर देश के प्रमुख मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट की जिम्मेदारी होगी।
NIH के डायरेक्टर के तौर पर भट्टाचार्य 27 संस्थानों की देखरेख करेंगे। ये संस्थान महामारी के लिए वैक्सीन तैयार करने और नई दवाएं विकसित करने के लिए काम करते हैं।
भट्टाचार्य ने एक्स पर पोस्ट करके इसके बारे में जानकारी दी।
जय भट्टाचार्य 1968 में कोलकाता में पैदा हुए थे। उन्होंने 1997 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन से MD की डिग्री हासिल की और 2000 में इकोनॉमिक्स में PhD की डिग्री हासिल की।
भट्टाचार्य ‘ग्रेट बैरिंगटन घोषणापत्र’ के तीन प्रमुख लेखकों में से एक हैं। यह घोषणापत्र 2020 में कोरोनाकाल में जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि वायरल को हेल्दी लोगों के बीच फैलने देना चाहिए। ऐसा कर वायरस के खिलाफ नैचुरल इम्युनिटी विकसित की जा सकती है।
इस घोषणापत्र के दो और लेखक स्कॉट एटलस और एलेक्स अजार हैं। एटलस ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान उनके सलाहकार थे। वहीं, अजार ट्रम्प कार्यकाल में स्वास्थ्य सचिव थे। हालांकि तब इन लेखकों की खूब आलोचना हुई थी।
रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के साथ काम करेंगे भट्टाचार्य
56 साल के भट्टाचार्य रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर काम करेंगे। ट्रम्प ने कुछ दिन पहले कैनेडी जूनियर को स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया है।
रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर, अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के भतीजे हैं। उनके पिता रॉबर्ट एफ कैनेडी अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं। कैनेडी साफ जल की वकालत करने वाले दुनिया के सबसे बड़े समूह वाटरकीपर अलायंस के संस्थापक भी हैं।