नई दिल्ली,26 नवम्बर। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सुझाव दिया कि शिंदे को अब केंद्र की राजनीति में लाना चाहिए और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को अजित पवार के साथ मिलकर सरकार बनानी चाहिए।
अठावले का बयान
रामदास अठावले ने कहा, “एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में अच्छा काम किया है। अब उन्हें केंद्र सरकार में लाना चाहिए और राज्य की जिम्मेदारी किसी और को सौंपनी चाहिए। अगर शिंदे ऐसा नहीं मानते हैं, तो बीजेपी को अजित पवार के साथ सरकार बनानी चाहिए।”
राजनीतिक संकेत
अठावले का यह बयान उस समय आया है जब महाराष्ट्र में शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजित पवार गुट), और बीजेपी के बीच गठबंधन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
शिंदे गुट पर दबाव: बीजेपी और शिंदे गुट के बीच संबंधों में तनाव की खबरें हैं।
अजित पवार की भूमिका: एनसीपी के अजित पवार गुट को लेकर बीजेपी के साथ नई समीकरण बनने की अटकलें तेज हो रही हैं।
क्या है संभावनाएं?
शिंदे का केंद्र में प्रवेश: अगर शिंदे केंद्र में आते हैं, तो महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी (अजित पवार गुट) की सरकार बनने की संभावना बढ़ सकती है।
शिंदे के विरोध का असर: अगर शिंदे इस प्रस्ताव को अस्वीकार करते हैं, तो राज्य में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ सकती है।
राजनीतिक हलचल
महाराष्ट्र की राजनीति में यह बयान नई दिशा तय कर सकता है। शिंदे को केंद्र में लाने और अजित पवार के साथ सरकार बनाने का सुझाव सिर्फ अठावले की राय है या बीजेपी की रणनीति का हिस्सा, यह देखना बाकी है।
निष्कर्ष
अठावले का बयान महाराष्ट्र की राजनीतिक परिस्थितियों को और जटिल बनाता है। आने वाले दिनों में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) की चालें तय करेंगी कि राज्य की सत्ता का अगला चेहरा कौन होगा।