नई दिल्ली,22 नवम्बर। अडानी ग्रुप के शेयरों ने एक बार फिर से बाजार में मजबूती दिखाई है। अमेरिकी जांच एजेंसी के हालिया आरोपों के बाद शुरुआती गिरावट को पीछे छोड़ते हुए समूह के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। महज 24 घंटे के भीतर बाजार ने इन आरोपों को प्रभावी रूप से ‘डिफ्यूज’ कर दिया, जिससे निवेशकों का भरोसा फिर से मजबूत हुआ है।
क्या थे अमेरिकी एजेंसी के आरोप?
अमेरिकी जांच एजेंसी ने अडानी ग्रुप पर वित्तीय गड़बड़ियों और पारदर्शिता की कमी के आरोप लगाए थे।
समूह पर यह आरोप लगाया गया कि उसने अपने वित्तीय विवरणों में कथित रूप से गलत जानकारी दी।
जांच एजेंसी ने कुछ कंपनियों और लेन-देन पर सवाल उठाए, जिससे शुरुआती बाजार में हलचल मच गई।
अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को “आधारहीन और गलत इरादों से प्रेरित” बताते हुए खारिज कर दिया।
बाजार ने कैसे दिया जवाब?
अडानी ग्रुप के शेयरों ने अगले ही दिन जोरदार तेजी दिखाई।
फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज: शेयर में 7% से अधिक की बढ़ोतरी हुई।
अडानी ग्रीन और अडानी पोर्ट्स: इन कंपनियों के शेयरों ने भी निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया, जिनमें 5% से 8% तक की तेजी देखी गई।
निवेशकों का भरोसा: समूह के प्रबंधन और पारदर्शिता पर भरोसा करते हुए कई संस्थागत निवेशकों ने अपने शेयर होल्डिंग में बढ़ोतरी की।
क्या कह रहा है अडानी ग्रुप?
अडानी ग्रुप ने इस पूरे घटनाक्रम पर साफ रुख अपनाया है।
समूह ने कहा कि वह सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन कर रहा है और पारदर्शिता में विश्वास करता है।
ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, “हमारा ध्यान लंबी अवधि के विकास और वैश्विक मानकों को बनाए रखने पर है। ये आरोप हमें हमारे लक्ष्यों से नहीं भटका सकते।”
विशेषज्ञों की राय
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार ने इन आरोपों को ज्यादा महत्व नहीं दिया है।
बाजार के लिए सकारात्मक संकेत: शेयरों की तेजी बताती है कि निवेशकों को अडानी ग्रुप की मजबूत बुनियाद और वैश्विक परियोजनाओं में उसकी हिस्सेदारी पर भरोसा है।
स्थिरता का संदेश: विशेषज्ञों का कहना है कि अडानी ग्रुप का मजबूत प्रदर्शन और उसका विविध पोर्टफोलियो इन आरोपों के असर को जल्द खत्म कर देगा।
निवेशकों के लिए क्या मतलब है?
निवेशकों के लिए यह एक स्पष्ट संकेत है कि बाजार भावनाओं पर नहीं, बल्कि समूह की बुनियादी ताकत पर निर्भर करता है।
अल्पकालिक झटके: अमेरिकी एजेंसी के आरोपों ने शेयरों में थोड़ी अस्थिरता जरूर पैदा की, लेकिन बाजार ने इसे जल्दी संभाल लिया।
दीर्घकालिक लाभ: अडानी ग्रुप के पोर्टफोलियो और विस्तार योजनाएं दीर्घकालिक निवेशकों के लिए लाभदायक हो सकती हैं।
निष्कर्ष
अमेरिकी जांच एजेंसी के आरोपों के बावजूद अडानी ग्रुप ने बाजार में अपनी ताकत दिखाई है। महज 24 घंटों के भीतर शेयरों में तेजी और निवेशकों का विश्वास यह दर्शाता है कि समूह की गहरी जड़ें और ठोस प्रबंधन इसे किसी भी विवाद से उबरने में सक्षम बनाते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि अडानी ग्रुप अपने विकास के रास्ते पर कैसे आगे बढ़ता है।