जम्मू, 29 अक्टूबर 2024 – जम्मू-कश्मीर के अखनूर इलाके में भारतीय सेना ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। सेना ने अखनूर में मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया है, जो एक दिन पहले ही भारतीय सेना पर हमला करने के दोषी थे। इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया, जिसमें आतंकियों को घेरकर उनका खात्मा किया गया।
कैसे शुरू हुआ मुठभेड़ का ऑपरेशन?
अखनूर क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद भारतीय सेना और पुलिस ने इलाके को घेर लिया। सुरक्षा बलों ने पूरी प्लानिंग के साथ आतंकवादियों को भागने का मौका दिए बिना ऑपरेशन को अंजाम दिया। जब आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू की, तो सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की। यह मुठभेड़ कई घंटों तक चली, जिसके बाद तीनों आतंकियों को मार गिराया गया।
सेना पर हुआ था एक दिन पहले हमला
एक दिन पहले ही इन आतंकियों ने भारतीय सेना की एक टुकड़ी पर हमला किया था, जिसमें कुछ जवान घायल हो गए थे। इसके बाद से ही सुरक्षा बलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया था। इन आतंकियों का उद्देश्य इलाके में डर का माहौल बनाना था, लेकिन भारतीय सेना ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनकी योजना को नाकाम कर दिया।
आतंकियों का खात्मा, इलाके में शांति का संदेश
अखनूर मुठभेड़ में इन आतंकियों के मारे जाने के बाद सुरक्षा बलों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय लोगों ने भी सुरक्षाबलों के इस कदम की सराहना की और उम्मीद जताई कि इस तरह के ऑपरेशन से क्षेत्र में आतंकवाद पर लगाम लग सकेगी। सेना ने मुठभेड़ के बाद इलाके की पूरी तरह से तलाशी ली और स्थानीय निवासियों को आश्वासन दिया कि अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की सख्त रणनीति
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों ने पिछले कुछ समय में सख्त कदम उठाए हैं। सुरक्षा बलों का मानना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानी आतंकी संगठनों द्वारा आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिशें लगातार की जा रही हैं।
भारतीय सेना ने इस साल कई आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया है, और कई संगठनों की गतिविधियों को नाकाम किया है। सुरक्षा बलों की यह रणनीति न केवल आतंकवाद को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रही है, बल्कि स्थानीय निवासियों का विश्वास भी बढ़ा रही है।
स्थानीय जनता और सेना के बीच बढ़ता विश्वास
स्थानीय नागरिकों ने सुरक्षाबलों के इस ऑपरेशन के प्रति आभार व्यक्त किया है और आशा जताई है कि आगे भी सुरक्षा बल इसी तरह आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करते रहेंगे। सेना और स्थानीय प्रशासन आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए जनसहयोग का भी महत्व समझते हैं, और इसी के तहत वे स्थानीय लोगों के साथ संवाद बनाए रख रहे हैं।
भारत की स्पष्ट नीति: आतंक के लिए कोई जगह नहीं
भारत सरकार और सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को लेकर स्पष्ट हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने की दिशा में हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं, और यह ऑपरेशन इस बात का प्रमाण है कि भारतीय सेना और पुलिस पूरी तत्परता के साथ आतंकवाद का सामना करने के लिए तैयार हैं।
अखनूर में हुए इस ऑपरेशन से सुरक्षा बलों ने साफ संदेश दिया है कि आतंक के मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जाएगा। स्थानीय जनता ने भी इस सफलता पर सुरक्षाबलों को सलाम किया है, और यह उम्मीद जताई है कि जल्द ही जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से आतंकवाद-मुक्त होगा।