कोलकाता रेप-मर्डर केस, ममता सरकार ने टास्क फोर्स बनाई

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नई दिल्ली,23 अक्टूबर।पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने मंगलवार को राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है, जो राज्य में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ सर्विस की क्वालिटी में भी सुधार करेगी।

सरकार ने एक नोटिफिकेशन में इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों से इस टास्क फोर्स के गठन का वादा किया था।

चीफ सेक्रेटरी मनोज पंत इस टास्क फोर्स के अध्यक्ष होंगे। होम सेक्रेटरी नंदिनी चक्रवर्ती, डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) राजीव कुमार, हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम और कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा इसका हिस्सा होंगे।

इस टास्क फोर्स में सीनियर और जूनियर रेसिडेंट डॉक्टर्स से दो प्रतिनिधि, स्टूडेंट्स की तरफ से एक महिला प्रतिनिधि और स्टेट लेवल कम्प्लेंट रिजॉल्यूशन कमेटी से एक प्रतिनिधि होगा।

टास्क फोर्स के 6 टास्क

  1. यह स्टेट लेवल टास्क फोर्स स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी। इसमें ऑन-ड्यूटी रूम, वॉशरूम, पीने के पानी की सुविधा, और सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम शामिल हैं।
  2. टास्क फोर्स स्टेट रन हॉस्पिटल में पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की निगरानी करेगी। इसमें मोबाइल पुलिस सर्विलांस टीमें भी शामिल होंगी।
  3. साथ ही यह एक सेंट्रलाइज्ड हेल्पलाइन और पैनिक बटन सिस्टम, सेंट्रलाइज्ड रेफरल और रियल-टाइम बेड की मौजूदगी के सिस्टम को मॉनिटर करेगी।
  4. यह टास्क फोर्स सिक्योरिटी ऑडिट, आंतरिक शिकायतों और अन्य संबंधित समितियों के कामकाज की भी निगरानी करेगा।
  5. राज्य के नागरिकों को बेहतर क्वालिटी की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ साथ मिलकर काम करेगी।
  6. टास्क फोर्स के सदस्यों को हर महीने कम से कम एक बार बैठक करने की बात भी कही गई है।

17वें दिन खत्म हुई जूनियर डॉक्टर्स की भूख हड़ताल कोलकाता में महिला डॉक्टर्स से रेप और उसकी हत्या के विरोध में जारी जूनियर डॉक्टर्स की भूख हड़ताल सोमवार (21 अक्टूबर) को खत्म हुई। ये हड़ताल का 17वां दिन था।

इसके साथ ही डॉक्टरों ने मंगलवार को होने वाली हेल्थ स्ट्राइक भी वापस ले ली। सोमवार शाम डॉक्टरों के पैनल की सीएम ममता के साथ नबन्ना स्थित सचिवालय में करीब 2 घंटे चर्चा हुई थी।

5 अक्टूबर से भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में न्याय की मांग कर रहे थे। साथ ही वे राज्य के हेल्थकेयर स्ट्रक्चर में बदलाव की मांग कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टर 26 अक्टूबर को आरजी कर अस्पताल में सामूहिक सम्मेलन आयोजित करेंगे।

जूनियर डॉक्टर देबाशीष हलदर ने कहा था- सीएम ममता के साथ बैठक में हमें कुछ निर्देशों का आश्वासन मिला है, लेकिन राज्य सरकार का हाव-भाव सकारात्मक नहीं था। अनशन में आम लोगों ने पूरे दिल से हमारा समर्थन किया है।

हलदर ने कहा कि लोग और आरजी कर पीड़ित हमारी मृतक बहन के माता-पिता हमसे अनशन वापस लेने की बोल रहे थे, क्योंकि हमारा स्वास्थ्य बिगड़ रहा था। इसलिए हमने भूख हड़ताल वापस ली है।

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