नई दिल्ली,9 अक्टूबर। आईपीएस ज्येष्ठा मैत्रेयी, जो वर्तमान में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की अधिकारी हैं, मूल रूप से मध्य प्रदेश के गुना जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने 2017 में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा को पास किया और अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से सफलता का यह महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया।
ज्येष्ठा मैत्रेयी का बचपन गुना में ही बीता और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी यहीं से प्राप्त की। उनके जीवन में शिक्षा और आत्म-निर्भरता के महत्व ने हमेशा एक खास भूमिका निभाई। सिविल सेवाओं में जाने का सपना ज्येष्ठा ने बचपन से ही देखा था, और इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने अपनी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी।
2017 में, कड़ी मेहनत और लगन के बल पर उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की और भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुईं। यह यात्रा उनके लिए आसान नहीं थी, लेकिन उन्होंने हर चुनौती का सामना दृढ़ता और आत्मविश्वास के साथ किया। ज्येष्ठा का मानना है कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण ही किसी भी लक्ष्य को पाने के सबसे महत्वपूर्ण हथियार होते हैं।
अपनी सेवा में, ज्येष्ठा मैत्रेयी ने पुलिसिंग के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा, कानून व्यवस्था और समाज में शांति स्थापित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। उनकी नीतियों और कार्यशैली में जनसेवा और न्याय की प्राथमिकता झलकती है, जो उन्हें एक संवेदनशील और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में स्थापित करती है।
ज्येष्ठा मैत्रेयी आज कई युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, खासकर उन युवाओं के लिए जो सिविल सेवा में जाना चाहते हैं और अपने देश की सेवा करने का सपना देखते हैं। उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि कठिनाइयों और चुनौतियों के बावजूद, अगर इरादे मजबूत हों और लक्ष्य स्पष्ट हो, तो सफलता निश्चित रूप से कदम चूमती है।