बिहार ,5 अक्टूबर। बिहार पुलिस ने शराब बनाने वाली एक अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है, जो बाहरी रूप से एक क्लीनिक के रूप में संचालित हो रही थी। यह कार्रवाई पुलिस द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया कि स्थानीय क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है।
पुलिस ने जब इस फैक्ट्री पर छापा मारा, तो उन्हें वहां से बड़ी मात्रा में अवैध शराब बनाने के उपकरण और उत्पाद बरामद हुए। फैक्ट्री के अंदर शराब बनाने की पूरी प्रक्रिया चल रही थी, और इसे छिपाने के लिए वहाँ एक क्लीनिक का बोर्ड लगाया गया था। इस प्रकार की चालाकी से संचालित हो रही फैक्ट्री ने स्थानीय प्रशासन को चकमा देने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस की सक्रियता ने उसे बेनकाब कर दिया।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया, जो इस अवैध कारोबार में संलिप्त थे। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस फैक्ट्री का संचालन कौन कर रहा था और इसके पीछे और कौन लोग शामिल थे। पुलिस ने बताया कि यह फैक्ट्री केवल अवैध शराब उत्पादन ही नहीं कर रही थी, बल्कि इसे आसपास के इलाकों में बिक्री के लिए भी भेजा जा रहा था।
बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से इस तरह के अवैध शराब के कारोबार में वृद्धि हुई है। ऐसे में बिहार पुलिस की यह कार्रवाई महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जो दिखाती है कि प्रशासन इस मुद्दे को लेकर गंभीर है और अवैध शराब के कारोबार को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठा रहा है।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार की फैक्ट्रियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें, ताकि इस प्रकार के अवैध कारोबार को रोका जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर दिखाया है कि कैसे कुछ लोग नियमों का उल्लंघन करके समाज के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। पुलिस की सक्रियता और स्थानीय लोगों की जागरूकता मिलकर इस समस्या का समाधान निकाल सकती है।