उत्तर प्रदेश,3 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित UP TE (ट्रेंड एग्जामिनर) परीक्षा को लेकर आयोग ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। आयोग के उप सचिव विनोद कुमार गौड़ की ओर से जारी किए गए नोटिस में यह साफ तौर पर कहा गया है कि सार्वजनिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों का उपयोग रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। यह कदम परीक्षा की शुचिता और निष्पक्षता बनाए रखने के उद्देश्य से उठाए जा रहे हैं।
इस नोटिस में परीक्षार्थियों को यह चेतावनी दी गई है कि अगर किसी भी अभ्यर्थी को अनुचित साधनों का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसमें परीक्षा से अयोग्य घोषित करना, परीक्षा में भाग लेने से रोकना और कानूनी कार्रवाई जैसे प्रावधान शामिल हैं। परीक्षा में अनुचित साधनों का उपयोग न केवल परीक्षार्थी की मेहनत पर सवाल उठाता है, बल्कि यह अन्य मेहनती और ईमानदार उम्मीदवारों के साथ भी अन्याय है। इसी को ध्यान में रखते हुए, आयोग ने इस बार परीक्षा प्रक्रिया को और भी पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने पर जोर दिया है।
इसके अलावा, नोटिस में यह भी स्पष्ट किया गया है कि परीक्षा केंद्रों पर निगरानी और सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसके तहत सीसीटीवी कैमरे, बायोमेट्रिक अटेंडेंस और मोबाइल जैमर जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके। परीक्षा के दौरान केंद्रों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी और सभी परीक्षार्थियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
UPPSC ने यह भी सुनिश्चित किया है कि परीक्षा के सभी नियमों और शर्तों का सख्ती से पालन हो। परीक्षार्थियों से अपील की गई है कि वे समय से पहले परीक्षा केंद्र पहुंचें और अपने साथ कोई भी प्रतिबंधित वस्तु न लाएं। इसके साथ ही, उन्हें अपने एडमिट कार्ड और वैध पहचान पत्र साथ लाने की भी हिदायत दी गई है।
इस प्रकार की सख्ती यह सुनिश्चित करने के लिए है कि परीक्षाओं में केवल योग्य और मेहनती उम्मीदवार ही सफल हों। आयोग की इस पहल का उद्देश्य परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता को बनाए रखना है ताकि सभी परीक्षार्थियों को समान अवसर प्राप्त हो सके।
आयोग के इन कड़े निर्देशों के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि परीक्षाओं के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी और अनुचित साधनों का उपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिससे भविष्य की परीक्षाएं निष्पक्ष और पारदर्शी बनी रहें।