नई दिल्ली,23 सितम्बर। तिरुपति बालाजी मंदिर, जो कि देश के सबसे प्रतिष्ठित और पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है, हाल ही में लड्डू विवाद के कारण चर्चा में आया। विवाद का कारण मंदिर में बनने वाले प्रसाद, विशेष रूप से लड्डू में घी की मिलावट से जुड़ा था। यह मामला तब सामने आया जब श्रद्धालुओं ने लड्डू के स्वाद और गुणवत्ता को लेकर अपनी असंतुष्टि जाहिर की। इसके बाद मंदिर प्रशासन द्वारा जांच की गई, जिसमें यह पाया गया कि लड्डू में इस्तेमाल होने वाले घी में मिलावट की आशंका है।
इस विवाद के बाद, मंदिर प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक्शन लिया। मंदिर की धार्मिक पवित्रता बनाए रखने के उद्देश्य से आज मंदिर परिसर में महा शांति होम का आयोजन किया जा रहा है। यह अनुष्ठान विशेष रूप से मंदिर के शुद्धिकरण और देवताओं की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जा रहा है। महा शांति होम एक धार्मिक प्रक्रिया है, जिसमें अग्नि के सामने मंत्रों का उच्चारण कर शांति और शुद्धिकरण की प्रार्थना की जाती है।
मंदिर प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रसाद निर्माण की प्रक्रिया में सख्त नियमों का पालन किया जाएगा। लड्डू बनाने में उपयोग होने वाली सामग्री की गुणवत्ता की निगरानी के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं, ताकि भक्तों को शुद्ध और पवित्र प्रसाद मिले।
इस घटना ने तिरुपति बालाजी मंदिर जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल पर प्रसाद की पवित्रता को लेकर चिंता बढ़ाई है। हालांकि, मंदिर प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों से भक्तों का विश्वास पुनः स्थापित होने की उम्मीद है।