नई दिल्ली,29 अप्रैल 2025, कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस में पीड़ित के पिता ने CBI को लेकर गुस्सा और नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने मंगलवार को दावा किया कि CBI को उनकी बेटी के अपराधियों के बारे में पता है, लेकिन एजेंसी सच नहीं बता रही है।
आरजी कर हॉस्पिटल में 8 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था। 9 अगस्त की सुबह डॉक्टर की लाश सेमिनार हॉल में मिली थी। CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने संजय रॉय नाम के सिविक वॉलंटियर को 10 अगस्त को अरेस्ट किया था। इस घटना के बाद कोलकाता समेत देशभर में प्रदर्शन हुए। बंगाल में 2 महीने से भी ज्यादा समय तक स्वास्थ्य सेवाएं ठप रही थीं।
222 दिन बाद पीड़ित का डेथ सर्टिफिकेट जारी हुआ था घटना के 222 दिन बाद कोलकाता म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (KMC) ने पीड़ित का डेथ सर्टिफिकेट जारी किया था। 19 मार्च को हेल्थ सेक्रेटरी ने इसे पीड़ित के घर जाकर पेरेंट्स को सौंपा था।
इससे पहले 23 फरवरी को पीड़ित के परिवार ने आरोप लगाया था कि कोलकाता नगर निगम डेथ सर्टिफिकेट जारी नहीं कर रही, जबकि पानीहाटी नगरपालिका बेटी के दाह संस्कार का सर्टिफिकेट जारी कर चुकी है।
मनोचिकित्सक ने बताया था- पीड़ित मानसिक तनाव में थी एक कंसल्टेंट मनोचिकित्सक मोहित रणदीप ने एक बंगाली चैनल के इंटरव्यू में दावा किया था कि पीड़ित को लगातार 36 घंटे ड्यूटी करनी पड़ी थी। उसके साथ शिफ्ट अलॉटमेंट में भेदभाव होता था। उसने दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की खरीद में कई गड़बड़ियां देखी थीं। इसके बाद उसे परेशान किया जा रहा था।