नई दिल्ली,22 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के रामबन में स्थानीय लोगों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की गाड़ी रोक ली। महिलाएं गाड़ी के सामने आ गईं और हाथ जोड़कर रोने लगीं। लोगों ने कहा कि लैंड स्लाइड और बाढ़ के बाद हमारी जिंदगी बदहाल हो गई है।
लोग कहने लगे की मुख्यमंत्री जी आप 2 मिनट बात कीजिए। उमर ने अपनी गाड़ी की खिड़की खोली और लोगों की परेशानियां सुनीं। राम बन में 2 दिन पहले बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने करीब 100 लोगों को रेस्क्यू किया। बादल फटने का मतलब है बहुत कम समय में बहुत ज्यादा बारिश का हो जाना।
बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई और पहाड़ का मलबा गांव में फैल गया। रामबन के बनिहाल इलाके में कई जगह लैंडस्लाइड हुई थी। इसकी वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे बंद करना पड़ा था।
केंद्रीय मंत्री बोले- रिलीफ ऑपरेशन जारी
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि रामबन में रिलीफ ऑपरेशन चल रहा है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद प्रशासन हर प्रयास कर रहा है। डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर खुद रामबन में मौजूद हैं। बिजली और पानी सप्लाई बहाल कर दी गई है। नेशनल हाईवे भी कल तक खुल जाने की उम्मीद है। मैं कल खुद रामबन का दौरा करूंगा।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सोमवार को हालात का जायजा लेने रामबन पहुंचे थे। खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर उड़ान की मंजूरी ने मिलने पर उमर सड़क के रास्ते रामबन आए। वे करीब 5.30 बजे रामबन पहुंचे और पैदल ही बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने निकल पड़े।
रामबन पहुंचने से पहले मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि किसी चीज की अभी कमी नहीं है। जहां कहीं भी चीजों की कीमतें बढ़ाई जा रही है वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तारी की जरूरत पड़ी तो गिरफ्तारी भी की जाएगी।