गुरुग्राम , 16 अप्रैल 2025 — कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा आज लगातार दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। यह पूछताछ हरियाणा के गुरुग्राम स्थित शिकोहपुर गांव की विवादित लैंड डील से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत हो रही है। वाड्रा को ईडी कार्यालय तक छोड़ने के लिए प्रियंका गांधी स्वयं उनके साथ पहुंचीं।
क्या है मामला?
साल 2008 में वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने शिकोहपुर गांव में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी। उसी वर्ष, तत्कालीन हरियाणा सरकार ने इस जमीन पर 2.7 एकड़ के लिए व्यवसायिक कॉलोनी विकसित करने का लाइसेंस दिया। इसके बाद, स्काईलाइट ने यह जमीन रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दी, जिससे लगभग 50 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ। इस डील में वाड्रा पर मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं।
वाड्रा का बयान
ईडी कार्यालय में पेश होने से पहले वाड्रा ने मीडिया से कहा, “मैं कभी भी अपने आपको सॉफ्ट टारगेट नहीं बुलाऊंगा। आप मुझे परेशान करोगे या कोई प्रेशर डालोगे तो मैं और उभरकर आऊंगा। हम मजबूत बनेंगे। हम लोगों की बात रखते हैं, इसलिए टारगेट पर हैं। हम किसी से डरते नहीं हैं। हम हमेशा लोगों के लिए लड़ते रहेंगे।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने वाड्रा पर निशाना साधते हुए उन्हें “लैंड माफिया” बताया और कहा कि यह मामला कानून के शासन की ताकत को दर्शाता है। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “कानून के सामने कोई भी बड़ा नहीं है, खासकर गांधी परिवार नहीं।”
आगे की प्रक्रिया
ईडी ने वाड्रा को पहले 8 अप्रैल को समन किया था, लेकिन वह उस दिन पेश नहीं हुए थे। अब लगातार दो दिनों से पूछताछ जारी है, और संभावना है कि जांच एजेंसी आने वाले दिनों में वाड्रा से और पूछताछ कर सकती है।