लखनऊ , 15 अप्रैल | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा और चर्चित बयान देते हुए कहा है कि राज्य में मौजूद वक्फ बोर्ड की खाली पड़ी जमीनों का इस्तेमाल अब गरीबों के लिए मकान बनाने के लिए किया जाएगा। उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
क्या कहा मुख्यमंत्री योगी ने?
एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा:
“राज्य में वक्फ की हजारों एकड़ जमीन बेकार पड़ी है। अब इस पर गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनवाए जाएंगे, ताकि कोई भी व्यक्ति बिना छत के न रहे।”
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी जमीन वर्षों से उपयोग में नहीं लाई गई है या जिस पर अवैध कब्जा है, उसे मुक्त कराकर जनहित में उपयोग में लाया जाएगा।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
योगी के इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कुछ नेताओं ने इसे धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिश बताया है, जबकि अन्य ने सवाल उठाया कि क्या वक्फ बोर्ड की जमीन पर सरकार निर्माण कर सकती है।
वक्फ बोर्ड की स्थिति
उत्तर प्रदेश में वक्फ बोर्ड के पास हजारों एकड़ ज़मीन है, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा वर्षों से खाली पड़ा है या अवैध कब्जों में है। सरकार पहले ही वक्फ संपत्तियों की जांच और डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करने की प्रक्रिया में लगी हुई है।
जनहित में निर्णय?
सरकारी प्रवक्ताओं का कहना है कि यह कदम पूरी तरह संवैधानिक और जनकल्याणकारी है। इसका उद्देश्य सिर्फ यह सुनिश्चित करना है कि गरीबों को सस्ती और पक्की छत मिल सके।