नई दिल्ली, 15 अप्रैल | गाजा के अल-बलाह में रविवार रात हुए इजराइली हमले में 37 लोगों की मौत हो गई है। इसमें 6 भाई हैं। इनकी उम्र 10 साल से 34 साल के बीच है।
ये लड़के गाजा में विस्थापित परिवार के लोगों को खाना बांट रहे थे। मारे गए इन लड़कों के पिता जकी अबु महदी ने कहा कि उनके बेटे सिर्फ लोगों की मदद कर रहे थे, किसी भी सैन्य गतिविधि से उनका कोई संबंध नहीं था।
इस बीच इजराइली सेना ने दावा किया कि उनका निशाना एक मिलिट्री टार्गेट था। हालांकि गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने इसे गलत ठहराया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस हमले की निंदा की और गाजा में चिकित्सा सहायता की देरी से एक बच्चे की मौत की भी सूचना दी। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युद्ध शुरू होने से अब तक 50,944 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
हमास की नुखबा फोर्स के लीडर को भी मारा
इजराइल ने हमास की नुखबा फोर्स के एक लीडर हमजा वायल मुहम्मद असाफा मार गिराने की पुष्टि की है। हमजा इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले और बंधकों की रिहाई एक फेज में शामिल था।
इजराइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) के मुताबिक हमजा की मौत दो हफ्ते पहले सेंट्रल गाजा में एक हमले में हुई थी। हमजा ने इजराइल बंधक एलियाहु शाराबी, ओहद बेन-अमी और ओर लेवी की रिहाई के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था
इजराइल ने 1000 सैनिकों को नौकरी से निकाला
इजराइल ने 1000 सैनिकों को नौकरी से निकाला है। इन्होंने गाजा जंग पर सवाल उठाया था, कहा था- ये जंग अब राजनीतिक मकसद पूरा कर रही।
इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने अपने लगभग 1000 रिजर्व सैनिकों को बर्खास्त कर दिया है। इजराइल के सैन्य प्रमुख ईयार जमीर और वायु सेना ने रिजर्विस्टों को बर्खास्त करने का फैसला किया है। हालांकि अभी यह मालूम नहीं है कि ये बर्खास्तगी कब से होगी।
इन सैनिकों ने गाजा में चल रहे जंग के खिलाफ आवाज उठाई थी और बंधकों की रिहाई को प्राथमिकता देने के लिए तत्काल युद्धविराम की मांग की थी।