- ” बाबा साहब ने समाज को ज्ञान का अमृत दिया, खुद अपमान का ज़हर पी गए” — विजेंद्र गुप्ता
- विजेंद्र गुप्ता ने बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लेने का किया आव्हान, बिना थके मंजिल तक पहुंचने का दिया संदेश
- विधानसभा परिसर में अंबेडकर जयंती पर आयोजित की गई चित्रकला प्रतियोगिता, दिव्यांग बच्चों ने उकेरे बाबा साहब के चित्र
नई दिल्ली । 11अप्रैल 25 । दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा “बाबा साहब का जीवन हमें संघर्ष, धैर्य और आत्मबल का पाठ पढ़ाता है। उन्होंने समाज को ज्ञान का अमृत दिया और स्वयं अपमान का ज़हर पी गए। बाबा साहब के संघर्षों से हमें सीखना चाहिए कि जीवन भी एक दौड़ है—यदि हम बिना थके चलते रहें, तो मंज़िल जरूर मिलती है।”
विजेंद्र गुप्ता ने आज दिल्ली विधानसभा परिसर में दिव्यांग बच्चों के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता के अवसर पर बोल रहे थे।
भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर आज दिल्ली विधान सभा परिसर में दिव्यांग चित्रकला समारोह का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर दिल्ली विधान सभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता मुख्य अतिथि और रविंदर सिंह इंद्राज (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री) विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थिति थे।
विजेंद्र गुप्ता ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित किए। विजेन्द्र गुप्ता ने इस अवसर पर महात्मा ज्योतिबा फुले को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल एक रचनात्मक क्रियाकलाप नहीं, बल्कि बाबा साहब के विचारों को आत्मसात करने का अवसर है।
गुप्ता ने बताया कि बाबा साहब का योगदान सिर्फ संविधान निर्माता के रूप में नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी समाज सुधारक के रूप में भी अमूल्य है। उनके विचार आज भी हर बदलाव, हर आंदोलन में जीवंत हैं।
चित्रकला प्रदर्शनी पर अपने विचार रखते हुए अध्यक्ष ने कहा, “शब्दों के बिना बोलने वाली कला, बाबा साहब के विचारों को रंगों के माध्यम से जीवंत करती है। एक रेखाचित्र हजार शब्दों से अधिक असरदार होता है।”
दिल्ली सरकार के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग मंत्री रविन्द्र सिंह इन्द्राज ने दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। इंद्राज ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों और परमपूज्य दीनदयाल उपाध्यया के अंत्योदय को आगे बढ़ाते हुए दिव्यांग बच्चों के लिए स्केच प्रतियोगिता का आयोजन किया है, जिसमें बच्चों का टैलेंट उभर कर सामने आएगा। श्री इंद्राज ने शिक्षा जगत में क्रांति लाने वाले महात्मा फुले और बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में पूरे सप्ताह को सेवा के रूप में मनाने की बात कही।
चित्रकला प्रतियोगिता में दिव्यांग छात्रों ने बाबा साहब के जीवन और उनके आदर्शों को रंगों से उकेरा। यह आयोजन बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लेने का अवसर रहा।