महाराष्ट्र ,19 मार्च। महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब का पुतला जलाने पर 17 मार्च को हुई सांप्रदायिक हिंसा मामले में पुलिस ने बुधवार को मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान को गिरफ्तार किया। उसे 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।
फहीम खान ने 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा किया और हिंसा को बढ़ावा दिया था। दंगाइयों ने महिला पुलिसकर्मी के कपड़े उतारने और झड़प के दौरान उन्हें गलत तरीके से छूने की भी कोशिश की।
यह जानकारी गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR में सामने आई। दंगाइयों ने भालदरपुरा चौक के पास रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए महिला अधिकारी के साथ अश्लील हरकत की थी।
महिला पुलिसकर्मियों को अश्लील इशारे किए
छेड़छाड़ के अलावा, अन्य महिला पुलिसकर्मियों को अश्लील इशारे और भद्दी टिप्पणियां कर ड्यूटी पर मौजूद महिला अधिकारियों को डराने की कोशिश की गई।
घटनास्थल पर तैनात रैपिड कंट्रोल पुलिस अधिकारी ने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दी। शिकायत के बाद बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
जानिए नागपुर में हिंसा क्यों हुई थी
17 मार्च को नागपुर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान गोबर के कंडों से भरा एक हरे रंग का कपड़ा जलाया गया। VHP के मुताबिक, ये औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र थी।
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देर शाम 7:30 बजे नागपुर के महल इलाके में हिंसा भड़क गई थी। पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया और सड़क पर खड़े दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़-आगजनी की।
पुलिस पर भी हमला किया गया। DCP निकेतन कदम कुल्हाड़ी के हमले से घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। रात 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई।