- जलभराव मुक्त दिल्ली की ओर एक बड़ा कदम
नई दिल्ली, 19 मार्च 2025 । के स्वच्छ और विकसित दिल्ली के विजन को आगे बढ़ाते हुए, शहर अपने नागरिक बुनियादी ढांचे को सुधारने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में, उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और सांसद बंसुरी स्वराज, पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा के साथ आज लोधी रोड के पास सुनेहरी पुल नाले की सफाई कार्य का निरीक्षण किया।
सुनेहरी पुल नाला, जो वर्षों से गाद और कचरे से भरा पड़ा था, बारिश के दौरान जलभराव और बदबू का प्रमुख कारण बनता रहा है। मौके पर बोलते हुए, पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने ज़ोर देकर कहा कि दिल्ली सरकार इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, ताकि नागरिकों को इस समस्या का बार-बार सामना न करना पड़े।
- आधुनिक तकनीक से सफाई, बहु-एजेंसी समन्वय
इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए, उन्नत सक्शन मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, जो कुशलतापूर्वक गाद और कचरा हटाकर जल निकासी की क्षमता को सुधार रही हैं। निकाले गए पानी को फिल्टर और ट्रीट कर फिर से नाले में छोड़ा जा रहा है, जिससे जल प्रवाह सुचारू बना रहे और भविष्य में कोई अवरोध न हो। इसके अलावा, विभिन्न एजेंसियों को शामिल किया गया है ताकि शहर के नाली और जल निकासी सिस्टम को साफ और कार्यशील बनाए रखने के लिए एक दीर्घकालिक योजना तैयार की जा सके।
- जलभराव रोकने के लिए मानसून पूर्व तैयारियां तेज़
आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए, जलभराव से निपटने के लिए एहतियाती कदम तेज़ी से उठाए जा रहे हैं। प्रशासन शहरभर में जल निकासी व्यवस्था की निगरानी कर रहा है और दिल्ली में बाढ़ प्रबंधन और जल निकासी तंत्र को मजबूत करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
- प्रवेश वर्मा का संकल्प – स्वच्छ, सुंदर और जलभराव मुक्त दिल्ली
इस अवसर पर मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा:
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ और विकसित भारत के विजन से प्रेरित होकर, हम दिल्ली को जलभराव मुक्त और नागरिक सुविधाओं से परिपूर्ण बनाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। यह केवल नाले की सफाई का मामला नहीं है, बल्कि यह एक बड़े बदलाव की दिशा में उठाया गया अहम कदम है। हमारा लक्ष्य एक साफ-सुथरी, सुव्यवस्थित और आधुनिक दिल्ली बनाना है, और सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य करती रहेगी ताकि दिल्ली के नागरिकों को एक बेहतर और टिकाऊ शहरी वातावरण मिल सके।”
दिल्ली सरकार और प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि राजधानी एक स्वच्छ, हरित और सुव्यवस्थित शहर के रूप में विकसित होती रहे, जिससे नागरिकों का जीवन आसान और स्वस्थ बन सके।