अमेरिकी कोर्ट की रोक के बावजूद 261 वेनेजुएलाई नागरिक डिपोर्ट: बाइडेन प्रशासन के फैसले पर विवाद

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वाशिंगटन ,17 मार्च। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को वेनेजुएला के 261 अप्रवासी नागरिकों को अल सल्वाडोर की सुपरमैक्स जेल भेज दिया है। अमेरिका ने इन्हें ड्रग्स बेचने वाली गैंग्स का सदस्य बताते हुए ‘एलियन एनिमी एक्ट’ के तहत ये कार्रवाई की है।

अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने सोशल मीडिया पर बताया कि वेनेजुएलाई गैंग ‘ट्रेन डी अरागुआ’ के 238 सदस्य और अंतरराष्ट्रीय गैंग MS-13 के 23 सदस्य रविवार सुबह वहां पहुंचे।

एक अमेरिकी कोर्ट के तरफ से इन लोगों को डिपोर्ट किए जाने के आदेश पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद भी अमेरिका ने इन लोगों को डिपोर्ट कर दिया। ट्रम्प प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, जब तक कोर्ट का आदेश आया, तब तक फ्लाइट उड़ान भर चुकी थीं।

इन लोगों के अल सल्वाडोर पहुंचने का वीडियो राष्ट्रपति नायब बुकेले ने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इसमें हथकड़ी पहने लोग फ्लाइट से उतारे जा रहे हैं और उन्हें जबरन जेल ले जाया जा रहा है। इसके अलावा इन लोगों के जेल ट्रांसफर करने की कछ तस्वीरें भी राष्ट्रपति कार्यालय ने जारी की हैं।

जज ने फ्लाइट्स को वापस बुलाने को कहा, ट्रम्प प्रशासन ने नहीं माना

डिस्ट्रिक्ट जज जेम्स ई. बोआसबर्ग ने शनिवार को एक आदेश जारी कर वेनेजुएलाई लोगों के डिपोर्टेशन को अस्थायी रूप से रोक दिया था। सरकारी वकीलों ने उन्हें बताया कि उस समय दो विमान उड़ान भर चुके थे। इनमें से एक अल साल्वाडोर और दूसरा होंडुरास के लिए निकला था।

तब जज ने दोनों विमानों को वापस बुलाने का भी निर्देश दिया, लेकिन इसे अपने लिखित आदेश में शामिल नहीं किया। इसके चलते प्रशासन ने इसे नजरअंदाज कर दिया।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने रविवार को बताया कि प्रशासन ने किसी भी अदालत के आदेश को नजरअंदाज नहीं किया है। यह आदेश कानूनी रूप से आधारहीन था और जब इसे जारी किया गया, तब तक संदिग्ध आतंकवादी पहले ही अमेरिका से हटा दिए गए थे।

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