दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री ने बारापुला, कुशक और सुनहरी नालों में जल निकासी की स्थिति एवं गाद हटाने के कार्यों का जमीनी निरीक्षण किया।

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नई दिल्ली, 16 मार्च 2025 । बारापुला, सुनहरी और कुशक नालों की गाद निकालने और सफाई के कार्यों को आज एक बड़ी गति मिली। पिछले मानसून में भारी जलभराव और स्थानीय निवासियों की शिकायतों के बाद, उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना के निर्देश पर इन नालों की सफाई का कार्य मिशन मोड में शुरू किया गया था। आज मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और लोक निर्माण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने उपराज्यपाल के साथ इन नालों का जमीनी निरीक्षण किया और चल रहे रहे कार्यों की समीक्षा की और आगे की योजनाओं पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार शहर की जल निकासी प्रणाली को आधुनिक बनाने और यमुना नदी को बेहतर करने के लिए ठोस और निर्णायक कदम उठा रही है। जलभराव, प्रदूषण और अप्रभावी जल निकासी जैसी पुरानी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार ने एक व्यापक कार्ययोजना शुरू की है। इस योजना के तहत प्रमुख नालों की नियमित सफाई, गाद निकालने और पुनर्विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है। साथ ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स को भी इस प्रणाली में जोड़ा जा रहा है। इस मिशन को सफल बनाने के लिए उन्नत तकनीक, विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय और सख्त निगरानी की व्यवस्था की जा रही है।
इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि दिल्ली में जलभराव की समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए एमसीडी, पीडब्लूडी ,डूसिब , आई एंड एफ सी और अन्य सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मानसून से पहले ड्रेनेज सिस्टम की सफाई और सुधार कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करें। किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारी प्राथमिकता है कि इस वर्ष दिल्ली की सड़कों पर जलभराव न हो और नागरिकों को निर्बाध परिवहन सुविधा मिले। सभी एजेंसियों को समन्वय बनाकर कार्य करने और नियमित निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
समीक्षा के बाद प्रेस को जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि “दिल्ली के नागरिकों को मानसून में जलभराव की समस्या से जूझना न पड़े, इसके लिए सरकार पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है। सभी संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे समन्वय के साथ काम करें और निर्धारित समयसीमा के भीतर ड्रेनेज सिस्टम की सफाई एवं सुधार कार्य पूरा करें। हमारा संकल्प है कि इस बार मानसून से पहले ही जलनिकासी व्यवस्था को पूरी तरह बेहतर किया जाए, ताकि दिल्ली की सड़कों पर जलभराव न हो और आम जनता को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने आगे बताया कि जब तक शहर की बड़ी ड्रेनों की पूरी तरह से सफाई नहीं होगी और उनका जल वहन करने की क्षमता नहीं बढ़ेगी, तब तक जलभराव की समस्या बनी रहेगी। आज हमने दिल्ली के बारापुला और सुनहरी पुल सहित प्रमुख ड्रेनों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी के कारण जलभराव की समस्या बनी रहती थी। दिल्ली सरकार ने इस चुनौती से निपटने के लिए फ्लड एंड इरीगेशन विभाग को विशेष रूप से जिम्मेदारी सौंपी है। इस विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह समयबद्ध तरीके से ड्रेनों की डिसिल्टिंग का कार्य पूरा करे। इसके लिए उचित बजट का प्रावधान किया गया है और कार्य की समयसीमा भी तय कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश शुरू होने से पहले ही दिल्ली की सभी ड्रेनों की सफाई पूरी कर ली जाएगी ताकि बारिश के दौरान जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो। इसके साथ ही, सड़कों से लगे छोटे नालों की सफाई भी एक बड़ा मिशन बनाया गया है। सरकार इस कार्य को बड़े स्तर पर कर रही है और सभी मंत्रियों को अलग-अलग परियोजनाओं की जिम्मेदारी दी गई है। विधायकों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में चल रहे कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि यह केवल कागजों में काम पूरा होने की औपचारिकता नहीं होगी, बल्कि जनता और विधायकों से फीडबैक लिया जाएगा कि डिसिल्टिंग का कार्य सही तरीके से हुआ या नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि इस बार दिल्ली में कहीं भी जलभराव न हो और नाले ओवरफ्लो न करें। सरकार दिल्ली को सुंदर और जलभराव मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्य जल निकासी चैनलों की वर्तमान स्थिति का आकलन करने और सुधार के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों विधायकों से फीडबैक लिया जाएगा कि डिसिल्टिंग का कार्य सही तरीके से हुआ या नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि इस बार दिल्ली में कहीं भी जलभराव न हो और नाले ओवरफ्लो न करें। सरकार दिल्ली को सुंदर और जलभराव मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्य जल निकासी चैनलों की वर्तमान स्थिति का आकलन करने और सुधार के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों की पहचान करने के उद्देश्य से आज दिल्ली के प्रमुख स्थानों पर व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरे में
आउटर रिंग रोड पर बरापुला नाला,
बरापुला ब्रिज,
क्लोवर लीफ फ्लाईओवर के पास सुनहरी पुल नाला,
लाला लाजपत राय मार्ग पर बरापुला नाला एवं सुनहरी पुल नाले का आउटफॉल,
लाला लाजपत राय ब्रिज के पास कुशक नाला,
डीटीसी बस डिपो और दयाल सिंह कॉलेज के पास सुनहरी पुल नाले के कवर किए गए हिस्से स्थान शामिल रहे।
लोक निर्माण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि दिल्ली को एक स्वच्छ, जलभराव-मुक्त शहर बनाने और यमुना को पुनर्जीवित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना एवं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सहयोग से, हम दिल्ली की जल निकासी प्रणाली के आधुनिकीकरण और यमुना को उसके स्वच्छ व निर्मल रूप में पुनर्स्थापित करने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं। स्वच्छ और विकसित दिल्ली’के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। स्वच्छ यमुना, प्रभावी जल निकासी तंत्र और प्रदूषण-मुक्त शहर अब केवल आकांक्षाएं नहीं हैं – वे हकीकत बन रही हैं।

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