हरियाणा ,12 मार्च। हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ का नारा जोर पकड़ रहा है। भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) ने इस नारे के जरिए राज्य में केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों में अपनी सरकार के फायदे को जनता तक पहुंचाने की रणनीति बनाई है। इस नारे के जरिए भाजपा ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि अगर हरियाणा में भी भाजपा की सरकार दोबारा बनती है तो राज्य में विकास की रफ्तार तीन गुना तेज हो जाएगी।
क्या है ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ का मतलब?
भाजपा ने ‘डबल इंजन सरकार’ की तर्ज पर ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ का नारा दिया है। इसमें तीन स्तरों पर भाजपा की सरकार होने की बात कही जा रही है:
- केंद्र में भाजपा की सरकार – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में।
- हरियाणा में भाजपा की सरकार – मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में।
- स्थानीय निकायों में भाजपा की सरकार – पंचायत, नगर निगम और नगरपालिका स्तर पर।
भाजपा का दावा है कि तीनों स्तरों पर भाजपा की सरकार होने से योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी और जनता को अधिक लाभ मिलेगा।
भाजपा नेताओं के बयान
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि:
“डबल इंजन सरकार ने राज्य में विकास की नई इबारत लिखी है। अगर ट्रिपल इंजन सरकार बनती है तो हरियाणा देश का सबसे विकसित राज्य बनेगा। केंद्र और राज्य सरकार के बीच तालमेल से पहले ही कई विकास कार्य हो चुके हैं। अब स्थानीय निकायों में भी भाजपा की जीत से विकास कार्यों में और तेजी आएगी।”
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस नारे को चुनावी मुद्दा बनाते हुए कहा कि:
“जब केंद्र, राज्य और स्थानीय स्तर पर भाजपा की सरकार होगी, तो योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई अड़चन नहीं आएगी। इससे जनता को सीधा लाभ मिलेगा।”
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भाजपा के ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ के नारे पर सवाल उठाए हैं।
- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि:
“भाजपा की डबल इंजन सरकार ने महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाई है। अब ट्रिपल इंजन सरकार के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है।”
- आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता ने कहा कि:
“हरियाणा में भाजपा की सरकार ने जनता को सिर्फ झूठे वादे दिए हैं। ट्रिपल इंजन सरकार से फायदा जनता को नहीं, बल्कि भाजपा के नेताओं को होगा।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा का यह नया नारा आगामी विधानसभा चुनाव में एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकता है।
- भाजपा इस नारे के जरिए योजनाओं की तेज़ रफ्तार और स्थानीय विकास को प्रमुख मुद्दा बनाएगी।
- मतदाता के बीच यह संदेश जाएगा कि तीनों स्तरों पर भाजपा की सरकार होने से विकास कार्यों में तेजी आएगी।
- विपक्ष इस नारे को भाजपा की विफलता को छुपाने का प्रयास बता रहा है।
हरियाणा में भाजपा की स्थिति
- भाजपा ने 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी।
- 2019 के चुनाव में भाजपा ने 90 में से 40 सीटें जीती थीं और जननायक जनता पार्टी (JJP) के साथ मिलकर सरकार बनाई थी।
- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा की अधिकांश सीटें जीती थीं।
विकास कार्यों पर जोर
भाजपा की सरकार ने हरियाणा में कई प्रमुख विकास योजनाओं को लागू किया है, जिनका चुनाव में जिक्र किया जा सकता है:
✅ केंद्र की आयुष्मान भारत योजना के तहत लाखों लोगों को मुफ्त इलाज।
✅ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का प्रभावी क्रियान्वयन।
✅ सड़क और रेलवे नेटवर्क का विस्तार।
✅ किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ।
✅ युवाओं के लिए रोजगार मेले और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम।
- भाजपा का यह नारा ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के मतदाताओं को साधने की कोशिश करेगा।
- शहरी मतदाताओं को विकास और बुनियादी ढांचे के नाम पर लुभाने की रणनीति अपनाई जाएगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि योजनाओं और किसानों के कल्याण के नाम पर वोट बैंक को मजबूत करने की योजना है।
हरियाणा में ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ का नारा भाजपा के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकता है। केंद्र, राज्य और स्थानीय निकाय में भाजपा की सरकार होने से योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और तेज़ विकास का वादा भाजपा की चुनावी रणनीति का केंद्र बिंदु है। विपक्ष ने इस नारे पर सवाल खड़े किए हैं, लेकिन भाजपा इसे चुनावी बढ़त के रूप में भुनाने की पूरी तैयारी कर रही है।