डीयू के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) में आयोजित Business Conclave 2025 को संबोधित किया.
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है.
नई दिल्ली। 8 मार्च 25 । दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश भारत विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। गुप्ता आज दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) में आयोजित Business Conclave 2025 में उपस्थित हजारों छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज हम एक ऐसे भारत की बात करने के लिए एकत्र हुए हैं जो अवसरों की धरती होने के साथ -साथ “Center of innovation.” है और विकास की नई ऊँचाइयों को छूने के लिए तत्पर है। भारत सिर्फ एक देश नहीं, बल्कि संभावनाओं का महासागर है। गुप्ता ने कहा कि बिज़नेस कॉन्क्लेव 2025 हमारे कॉलेज का प्रतिष्ठित वार्षिक प्रबंधन उत्सव है, जिसे एशिया के सबसे बड़े स्नातक प्रबंधन उत्सवों में से एक माना जाता हैl उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिये प्रिसिपल प्रो. सिमरित कौर को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की भी बेहद ख़ुशी है कि हमारे कॉलेज को अब तक कई महान हस्तियों की मेजबानी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जिनमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम एवं प्रणब मुखर्जी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, तिब्बत के 14वें दलाई लामा, प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, आदि गोदरेज, सुंदर पिचाई, संदीप सिंह, कपिल शर्मा और सुरेश रैना सहित कई अन्य प्रमुख व्यक्तित्व शामिल हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत में हर क्षेत्र में अरबों डॉलर के अवसर मौजूद हैं। हमारे पास 1.4 अरब लोगों की विशाल जनसंख्या है। इसका मतलब है कि हर व्यापार के लिए ग्राहक पहले से मौजूद हैं। यही कारण है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। भारत आज AI अपनाने में अग्रणी है, जहाँ 80% कंपनियाँ इसे अपनी प्राथमिक रणनीति के रूप में देख रही हैं। बीते 10 वर्षों में, हर दिन 50 स्टार्टअप्स भारत में पंजीकृत हुए हैं, और हर महीने एक नया यूनिकॉर्न स्टार्टअप जन्म ले रहा है। यह केवल आंकड़े नहीं हैं, बल्कि एक नए भारत की कहानी है।
यदि हम तकनीकी विकास की बात करें तो पिछले वर्ष भारत ने हर दिन 300 पेटेंट फाइल किए, जबकि 2014 में यह संख्या सिर्फ 11 थी। आज भारत वैश्विक डिजिटल भुगतान में 46% हिस्सेदारी के साथ नेतृत्व कर रहा है और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5G बाजार बन चुका है। इसके अलावा, भारत ने G20 और पेरिस समझौते के लक्ष्यों को सबसे पहले पूरा करके दुनिया को दिखा दिया कि हम न केवल विकास कर रहे हैं, बल्कि एक जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ रहे हैं।
विकास में महिलाओं के योगदान की चर्चा करते हुए गुप्ता ने कहा कि भारत की प्रगति केवल आर्थिक और तकनीकी क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि महिला सशक्तीकरण में भी भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है, और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारत अब महिला विकास से महिला-नेतृत्व में विकास की ओर बढ़ रहा है। ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ के तहत लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में 33% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं। 2019 में सबसे अधिक 78 महिला सांसद लोकसभा में चुनी गईं। महिला सशक्तीकरण केवल राजनीति तक सीमित नहीं है। भारत में महिला स्टार्टअप संस्थापकों की संख्या 2017 में 10% थी, जो 2022 में बढ़कर 18% हो गई। भारत दुनिया में सबसे अधिक महिला पायलट (15%) रखने वाला देश बन चुका है। भारतीय सेना ने संयुक्त राष्ट्र में सबसे बड़ा महिला शांति रक्षक दल भेजा है और 10,400 से अधिक महिला अधिकारी भारतीय सशस्त्र बलों में सेवा दे रही हैं, जो 2015 की तुलना में 3.5 गुना वृद्धि है। शिक्षा के क्षेत्र में भी बदलाव देखने को मिल रहा है—आज STEM में लगभग 50% प्रवेशार्थी लड़कियाँ हैं, और महिला PhD स्कॉलर्स की संख्या 2.3 गुना बढ़कर 99,000 हो गई है।
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि भारत की AI क्रांति की बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत पहली बार AI इकोसिस्टम को प्रत्यक्ष रूप से समर्थन दे रहा है। ₹10,300 करोड़ के निवेश से IndiaAI मिशन को मंजूरी दी गई है, जिससे देशभर में 10,000 GPUs के साथ AI मॉडल विकसित किया जा रहा है, और जल्द ही इसमें 8,693 और GPU जोड़े जाएंगे। केवल 10 महीनों में भारत का GPU इन्फ्रास्ट्रक्चर 18,693 GPUs तक पहुंच चुका है, जो Open Source Model DeepSeek से 9 गुना और ChatGPT का 2/3rd है।
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत ने GPU मार्केटप्लेस खोलकर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह दुनिया का पहला ऐसा सरकारी प्रयास है, जिससे छोटे स्टार्टअप, शोधकर्ता और विद्यार्थी उच्च स्तरीय AI संसाधनों तक आसानी से पहुँच बना सकते हैं। जबकि अन्य देशों में AI का बाज़ार केवल बड़ी टेक कंपनियों तक सीमित है, भारत में इसे सभी के लिए सुलभ बनाया जा रहा है। भारतीय स्टार्टअप्स, जो पहले विदेशी पूंजी और कर लाभ के लिए विदेशों में पंजीकृत हुए थे, अब “रिवर्स फ्लिपिंग” के तहत भारत लौट रहे हैं। बेहतर आईपीओ संभावनाओं, सरल नियामक प्रक्रियाओं और मजबूत निवेशक विश्वास के कारण Zepto, Groww, Pine Labs, PhonePe, Razorpay और Flipkart जैसी प्रमुख कंपनियाँ भारत में अपना मुख्यालय वापस ला रही हैं। PhonePe ने 2022 में, Groww ने 2024 में, और Pine Labs ने 2024 में अपनी वापसी पूरी की, जबकि Razorpay और Flipkart भी इस प्रक्रिया में हैं।
भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था पर रौशनी डालते हुए गुप्ता ने कहा कि पूंजी बाजार की बढ़ती संभावनाएँ और घरेलू सूचीबद्धता के लाभ स्टार्टअप्स को भारत वापस आने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यह प्रवृत्ति भारत को एक वैश्विक स्टार्टअप हब बनाने में मदद करेगी और यह साबित करती है कि देश का व्यापारिक माहौल अब पहले से कहीं अधिक अनुकूल हो चुका है
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने श्रोताओं को आह्वान करते हुए कहा कि आज का भारत अवसरों का भारत है। यह सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। यह तकनीक और नवाचार में अग्रणी है। यह महिलाओं के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। यह AI में वैश्विक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। यह भारत के विश्व गुरु बनने की ओर बढ़ने का समय है। भारत पर विश्वास करें, क्योंकि भारत का भविष्य उज्जवल है।