नई दिल्ली,5 मार्च। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में हाल ही में आंतरिक कलह उभरकर सामने आई है। पार्टी प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को सभी पदों से हटाने के बाद, उनके पिता और अपने भाई आनंद कुमार को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद की पेशकश की थी, जिसे आनंद कुमार ने अस्वीकार कर दिया।
आनंद कुमार, जो वर्तमान में बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, ने एक पद पर कार्य करने की इच्छा जताई, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने नेशनल कोऑर्डिनेटर का पद स्वीकारने से इंकार कर दिया। इस पर मायावती ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए उन्हें उपाध्यक्ष पद पर बनाए रखा और उनकी जगह रणधीर बेनीवाल को नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया।
यह घटनाक्रम तब सामने आया जब मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया, जिसका कारण आकाश की गतिविधियों पर असंतोष बताया गया। आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित करने के बाद, मायावती ने कहा कि उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ का आकाश पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, जिससे पार्टी में गुटबाजी बढ़ी।
बसपा में इस आंतरिक कलह से पार्टी के भीतर अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे आगामी चुनावों में पार्टी की रणनीति और संगठनात्मक ढांचे पर प्रभाव पड़ सकता है।