नई दिल्ली,4 मार्च 2025. दिल्ली विधानसभा में आज लोक स्वास्थ्य अवसंरचना एवं स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा की गई। यह रिपोर्ट 28 फरवरी 2025 को सदन में प्रस्तुत की गई थी, जिसमें दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग में कई गंभीर चूक और अनियमितताओं को उजागर किया गया है।
सीएजी द्वारा किए गए इस लेखा परीक्षण में वर्ष 2016-17 से 2021-22 की अवधि को कवर किया गया, जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी। रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण कमियों और अनियमितताओं का उल्लेख किया गया है, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:
•स्वास्थ्य कर्मियों की भारी कमी: सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों, मेडिकल अधिकारियों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ और फार्मासिस्टों की भारी कमी दर्ज की गई।
•आवश्यक दवाओं और उपकरणों की अनुपलब्धता: मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक दवाएँ और चिकित्सा उपकरण कई अस्पतालों में उपलब्ध नहीं थे।
•अत्यधिक खराब एंबुलेंस सेवाएँ: अधिकांश CATS एंबुलेंस आवश्यक जीवनरक्षक उपकरणों के बिना संचालित हो रही थीं।
•स्वास्थ्य अवसंरचना का कमजोर प्रबंधन: स्वास्थ्य विभाग उन 15 भूखंडों का उपयोग करने में असफल रहा, जिन्हें विशेष रूप से स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अधिग्रहित किया गया था।
•वित्तीय कुप्रबंधन: हर वर्ष बजट का बड़ा हिस्सा खर्च ही नहीं किया गया। वर्ष 2018-19 में स्वास्थ्य अवसंरचना के लिए आवंटित बजट का 78.41% हिस्सा अनुपयोगी रह गया।
इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर माननीय अध्यक्ष महोदय ने निर्णय लिया कि सदन की लोक लेखा समिति (Public Accounts Committee) इस सीएजी रिपोर्ट की प्राथमिकता के आधार पर जाँच करेगी और तीन माह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
इसके अलावा अध्यक्ष महोदय ने कहा कि, विधानसभा सचिवालय इस रिपोर्ट को तुरंत स्वास्थ्य विभाग को भेजेगा, और स्वास्थ्य विभाग को एक माह के भीतर अपनी अनुपालना कार्रवाई रिपोर्ट (Action Taken Note – ATN) प्रस्तुत करनी होगी।
यह रिपोर्ट दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है और सरकार की जवाबदेही तय करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे