नई दिल्ली,18 फरवरी। दिल्ली में यमुना की सफाई का काम सोमवार को शुरू हो गया। भाजपा ने हालिया चुनाव में इसे बड़ा मुद्दा बनाया था नदी की सफाई के लिए तीन साल का समय तय किया गया है। LG वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव के साथ बैठक के बाद सफाई के निर्देश दिए थे।
LG ऑफिस के मुताबिक यमुना की सफाई चार चरणों में होगी। पहले चरण में नदी से कचरा और गाद हटाई जाएगी। साथ ही नजफगढ़ ड्रेन, सप्लीमेंट्री ड्रेन और अन्य बड़े नालों की सफाई भी होगी। इसके अलावा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STPS) की निगरानी रखी जाएगी।
400 MGD (मिलियन गैलन पर डे) सीवेज ट्रीटमेंट की कमी पूरी करने के लिए नए ट्रीटमेंट प्लांट्स बनाए जाएंगे। लक्ष्य पूरा करने के लिए जल बोर्ड, नगर निगम, पर्यावरण विभाग और दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (DDA) मिलकर काम करेंगे।
दिल्ली में यमुना नदी की सफाई का महत्त्वाकांक्षी अभियान आरंभ हो चुका है। उपराज्यपाल (LG) वी.के. सक्सेना ने इस परियोजना के लिए तीन वर्षों की समयसीमा निर्धारित की है, जिसके तहत नदी को पूर्णतः स्वच्छ बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
चार-आयामी रणनीति
यमुना की सफाई के लिए एक चार-आयामी रणनीति अपनाई गई है, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख बिंदु शामिल हैं:
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कचरा और गाद की सफाई: नदी से कचरा, कूड़ा और गाद को हटाने के लिए विशेष मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।
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नालों की सफाई: नजफगढ़ और सप्लीमेंट्री नालों सहित अन्य प्रमुख नालों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की निगरानी: मौजूदा STP की क्षमता और कार्यप्रणाली की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी, साथ ही नए STP के निर्माण के लिए समयबद्ध योजना बनाई गई है।
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औद्योगिक इकाइयों की निगरानी: दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी औद्योगिक इकाई बिना उपचारित अपशिष्ट जल को नालों में न छोड़े।
विभागों के बीच समन्वय
इस परियोजना की सफलता के लिए विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच समन्वय आवश्यक है। इसमें दिल्ली जल बोर्ड (DJB), सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली नगर निगम (MCD), लोक निर्माण विभाग (PWD), और दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) शामिल हैं। ये सभी विभाग मिलकर यमुना की सफाई के लिए समर्पित प्रयास कर रहे हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनावों में यमुना की सफाई एक प्रमुख चुनावी मुद्दा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान यमुना को स्वच्छ बनाने का वादा किया था। चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत के बाद, बिना समय गंवाए इस दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं।
इस पहल के माध्यम से, दिल्लीवासियों को एक स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं।