कोलकाता ,18 फरवरी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ और अव्यवस्थाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे ‘मृत्यु कुंभ’ करार दिया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कहा कि महाकुंभ में वीआईपी लोगों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं, जबकि गरीबों के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है। ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि मेले में भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त योजना नहीं बनाई गई, जिससे भगदड़ जैसी घटनाएं हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं महाकुंभ और गंगा मां का सम्मान करती हूं, लेकिन वहां कोई उचित योजना नहीं है। अमीरों और वीआईपी लोगों के लिए लाखों रुपये के कैंप हैं, जबकि गरीबों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मेले में भगदड़ की घटनाएं आम हो गई हैं, लेकिन उचित प्रबंधन आवश्यक है।”
ममता बनर्जी ने भाजपा पर धर्म का राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं है कि भाजपा विधायक नफरत फैलाएं और समाज को विभाजित करें। उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भाजपा विधायकों द्वारा उन पर लगाए गए ‘बांग्लादेशी कट्टरपंथियों के साथ मिलीभगत’ के आरोपों की शिकायत करेंगी।
ममता बनर्जी के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। भाजपा नेताओं ने उनके बयान की आलोचना करते हुए इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया है।