केरल ,18 फरवरी। केरल के पलक्कड़ जिले में आयोजित वार्षिक उर्स महोत्सव के दौरान हमास और हिज़्बुल्लाह के नेताओं, इस्माइल हानिया और याह्या सिनवार, के पोस्टर लहराए जाने से विवाद उत्पन्न हो गया है। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, भाजपा ने राज्य सरकार पर कट्टरपंथी तत्वों को प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया है।
घटना का विवरण
त्रिथला क्षेत्र में आयोजित इस उर्स महोत्सव में हजारों लोग शामिल हुए। आयोजन के दौरान, सजे-धजे हाथियों पर हमास और हिज़्बुल्लाह के नेताओं के पोस्टर प्रदर्शित किए गए। कुछ बच्चों को भी इन नेताओं की तस्वीरें पकड़े हुए देखा गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद, यह मामला चर्चा का विषय बन गया।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
भाजपा के केरल प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने इस घटना की निंदा करते हुए राज्य में राष्ट्रविरोधी संगठनों और कट्टरपंथी तत्वों की सक्रियता पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि ये गतिविधियाँ सत्तारूढ़ माकपा सरकार के समर्थन से हो रही हैं। सुरेंद्रन ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग की।
आयोजकों की प्रतिक्रिया
आयोजकों ने दावा किया है कि ये पोस्टर कुछ बाहरी समूहों द्वारा लाए गए थे, जो महोत्सव में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि यह आयोजन किसी मस्जिद से संबंधित नहीं था, बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव था जिसमें विभिन्न समुदायों के समूहों ने भाग लिया।
इस घटना ने राज्य में कट्टरपंथी तत्वों की बढ़ती सक्रियता और उनके प्रभाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही, यह घटना राज्य की कानून व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है।