नई दिल्ली, 4 फरवरी। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर, आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच बढ़ते तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ की एकता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि यह गठबंधन केवल संसदीय चुनावों तक सीमित था, तो इसे भंग कर देना चाहिए।
मुख्य बिंदु:
- गठबंधन की स्पष्टता की कमी: उमर अब्दुल्ला ने कहा, “जहां तक मुझे याद है, INDIA गठबंधन के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई थी। बदकिस्मती की बात ये है कि कोई INDIA गठबंधन की बैठक नहीं हो रही है, जिससे नेतृत्व, एजेंडा और गठबंधन के अस्तित्व को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है।”
- दिल्ली चुनाव में AAP की सफलता: उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले दो चुनावों में AAP ने दिल्ली में सफलता हासिल की है, और इस बार भी उनकी संभावनाएं मजबूत हैं।
- गठबंधन की एकता पर चिंता: उमर अब्दुल्ला ने विपक्षी दलों के बीच एकजुटता की कमी पर चिंता व्यक्त की और सुझाव दिया कि यदि गठबंधन का उद्देश्य केवल संसदीय चुनावों तक सीमित था, तो इसे समाप्त कर देना चाहिए।
उमर अब्दुल्ला के इस बयान से संकेत मिलता है कि दिल्ली चुनाव में AAP की स्थिति मजबूत है, लेकिन विपक्षी दलों के बीच तालमेल की कमी गठबंधन की सफलता में बाधा बन सकती है। इसके बाद उन्होंने आम बजट पर कहा, “आयकर में छूट एक अच्छी बात है. कुछ अन्य चीजें भी हैं, जिनसे मध्यम वर्ग को लाभ पहुंचने की संभावना है. लेकिन, सब कुछ क्रियान्वयन पर निर्भर करता है. इरादा रखना एक बात है. अब हम क्रियान्वयन का इंतजार कर रहे हैं. अगर क्रियान्वयन में मध्यम वर्ग को लाभ होता है और लोगों की जेब में ज्यादा पैसा आता है, तो इससे अर्थव्यवस्था को लाभ होगा, क्योंकि अंततः खर्च बढ़ेगा. अगर खर्च बढ़ता है, तो अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी और यही हम देखना चाहते हैं.”