केजरीवाल के 8 विधायकों का इस्तीफा, टिकट न मिलने पर पार्टी भी छोड़ी

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नई दिल्ली, 01 फरवरी। दिल्ली विधानसभा चुनाव से 5 दिन पहले शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के 8 विधायकों ने पार्टी और पद से इस्तीफा दे दिया। इन सभी ने विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने और पार्टी में भ्रष्टाचार को इस्तीफे की वजह बताया।

महरौली से दो बार के विधायक नरेश यादव ने कहा, ‘AAP का उदय भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए अन्ना आंदोलन से भारतीय राजनीति से भ्रष्टाचार को मुक्त करने के लिए हुआ था। लेकिन अब मैं बहुत दुखी हूं कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार बिल्कुल भी कम नहीं कर पाई, बल्कि खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है।’

उधर, विधायकों के इस्तीफे पर AAP विधायक ऋतुराज झा ने भाजपा पर विधायकों को लालच देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘मुझे भी पार्टी छोड़ने का लालच दिया गया था। लेकिन मैं आखिरी दम तक AAP में रहूंगा।’

वहीं,  राम दिल्ली स्पीकर राम निवास गोयल ने कहा- मुझे विधायकों के इस्तीफे की जानकारी नहीं है। मैं 5 बजे सेक्रेटेरिएट से निकल गया था। उसके बाद इस्तीफा दिया होगा।

AAP ने 21 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच यानी 30 दिनों में कुल 5 लिस्ट में 70 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए थे। इसमें 26 विधायकों के टिकट काट दिए गए थे जबकि 4 विधायकों की सीट बदली गई थी। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 फरवरी को आएगा।

10 दिसंबर को सीलमपुर विधायक ने दिया था इस्तीफा आम आदमी पार्टी ने 21 नवंबर को कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी की थी। इसमें सीलमपुर विधायक अब्दुल रहमान का नाम नहीं था। इस पर अब्दुल रहमान खुलकर अरविंद केजरीवाल के विरोध में आ गए थे।

दैनिक भास्कर से चर्चा में उन्होंने बताया था कि मुझे टिकट नहीं दिया और ये बताया भी नहीं कि टिकट क्यों नहीं दिया। केजरीवाल के ऊपर शनि सवार है। वे खुद ही पार्टी को खत्म करने पर तुले हैं।

10 दिसंबर को अब्दुल रहमान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी पर मुस्लिमों के प्रति बेरुखी का आरोप लगाया था।

विधायकों ने ये बताई इस्तीफे की वजह

1. नरेश यादव, महरौली: सीट से विधायक रहे यादव ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि AAP ने भ्रष्टाचारियों को ही पार्टी में शामिल कर लिया है।

2. पवन शर्मा, आदर्श नगर: आम आदमी पार्टी जिस विचारधारा पर बनी थी, उस विचारधारा से भटक चुकी है। AAP की दुर्दशा देख कर मन बहुत दुखी है।

3. भूपेंदर सिंह जून, बिजवासन: आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापन जिन मूल्यों पर की गई थी, अब उन नैतिक मानदंडों की घोर उपेक्षा चिंताजनक है। पार्टी ने आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को टिकट दिया।

4. मदनलाल, कस्तूरबा नगर: मेरा आम आदमी पार्टी से भरोसा पूरी तरह से खत्म हो चुका है, इसलिए मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।

5. रोहित मेहरौलिया, त्रिलोकपुरी: जिन्हें बाबासाहब अंबेडकर की केवल फोटो चाहिए, उनके विचार नहीं, ऐसे मौका-परस्त और बनावटी लोगों से आज से मेरा नाता खत्म। मैं AAP की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा देता हूं।

6. राजेश ऋषि, जनकपुरी: AAP भ्रष्टाचार मुक्त शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर आधारित थी। पार्टी से मैंने इन मूल्यों से एक महत्वपूर्ण दूरी देखी है। पार्टी करप्शन और भाई-भतीजावाद का कटोरा बन गई है।

7. भावना गौड़, पालम: मेरा पार्टी से विश्वास पूरी तरह से खत्म हो चुका है, इसलिए मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं।

8. गिरीश सोनी: मेरा मानना है कि पार्टी अपने मूल सिद्धांत से भटक गई है। अब इसकी दिशा उन लक्ष्यों और मूल्यों की ओर नहीं है, जिन्हें मैंने हमेशा बनाए रखा है।

दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग, 8 फरवरी को रिजल्ट

दिल्ली में 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं, 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है।

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